कोई तबीब अगर खोले मेरे शरीर को
हर हिस्से मे टूटे सपने तमाम मिलेंगे।।-
ए मेरे ग़म गुसार तुझपर मेरी जाँ निसार है
देख कर बढ़ जाती है इख़्तिलाज इतना प्यार है
तसव्वुर में छाई रहती है इक अजब सी मदहोशी
रूबरू होने पर भी कहाँ उतरता ख़ुमार है
हम बीमार ए इश्क़ हुए जाते हैं कुछ तो गौर कर
तबीब ए दिल है तू हमें तो बस तेरा ऐतबार है
फ़ुर्क़त-ए-जानाँ में जब होता है दिल बेचैन
याद आते हैं मुहब्बत भरे लम्हें जो दिल में शुमार हैं
झेल लेंगे तमाम सैलाब ज़िंदगी के जो तू है साथ
मेरी हर इक साँस पर बस तेरा ही इख़्तियार है
-
Tabib ne hazaron nuskhe bataye
Shifa tab mili,jab wo tashrif laye.-
किसी और से है इश्क तो बता दो ना
और हमी से है तो जता दो ना
मरीज-ए-इश्क हूं तुम हो तबीब
दर्द में हूं में मुझे दवा दो ना
बेवजह यूं ना मुंह मोड़ों हम से
गर गलती की है तो सजा दो ना
मोहब्बत है तुमसे और हमेशा रहेगा
गर तुम्हें कबूल नहीं तो ठुकरा दो ना
तुम्हारे जाने के बाद तो गम भरा मुकद्दर है
अब जा ही रही हो तो मुस्कुरा दो ना
उम्मीदों के सहारे ही जी जिएंगे जिंदगी
अच्छा फिर कब मिलोगी बता दो ना-
आखों से भले ही दूर पर दिल के बहोत करिब हैं तु,
मेरे हर एक मर्ज-ए-इश्क के तबिब हैं तु,
फिर भी तुमसे बाते कभी नहीं हो पाती शायद
अपना नहीं किसी और का नसीब हैं तु....!!-
Ek rog aesa chada
Ke tabib bhi hairan hogye dekhkar meri nas,
Ab kese batlau unki mohabbat mei hu itna bebas!-
"Taqleef Kya Hui Mujhe Zara Si Thokar Lagne Par"
"Saab MAA Ne Meri TABIBO Ki Kataar Bana Dali"
#TABIB= DOCTOR
#Lines_Written
#By:- #Shahjad_Qureshi-
Saari dawayn mai
phaink aaya hoon ।।।
Wo humse humara haal
Jo puch baitehy hai ।।।-
मस'अला मोहब्बत का अजीब है,
वही मर्ज है मिरा, वही मेरा तबीब है...💔
-