शहर में पेशा नही धंधा था कोई शायद.
तभी मलहम बेचने वाले जमीर बेचते रहे.
दर्द में दिलासा प्याला झूठ का अंकुर .
धर्म के नाम पर लोग खुदा बेचते रहे.
खादी लिबास में शरीफ कौन चोर कैसा.
बेचने वाले तिरंगे की आढ में देश बेचते रहे.
सुराख कर रहा कोई मेरे देश की दिवार में.
कागज पे छाप के नक्से रहबर घर बेचते रहे.
सरहद'मिट्टी'अरमां टुकड़ो में चले गये बालिद .
दलाल आधा हिन्दू आधा मुसलमां बेचते रहे.
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मुर्दे आए तांव में
चल पड़े मेरे गांव में
बोल पड़े एक भाव में
चढो तो बस मेरे नांव में
सब पलट देंगे एक ही दांव में
मुर्दे आए तांव में
निकल पड़े मेरे गांव में ..।।-
হে প্রিয় দেশনায়ক,
তুমি কি এই ধনধান্যে সবুজে ভরা মা জননীর সন্তান ?
নাকি তুমি এই পুষ্পশোভিত বসুন্ধরার পরম জন্মদাতা!
সত্যি বুঝি না, জানিও না তুমি ঠিক কে ছিলে
তবে তুমি যেই হওনা কেন
আমার কাছে তুমি এই শস্য শ্যামলা ধনধান্যে মায়ের পিতৃতুল্য সন্তান।
তুমি তো আপামর বাঙালির ঘরের ছেলে
আবার একাধারে আমাদের জন্মদাতা তুমি
এখনও যে ‘সুভাষ’ ধ্বনি শুনলে এদেশে আগুন জ্বলে ওঠে
ভারত জননীর মুখে তৃপ্তির হাঁসি ফুটে ওঠে
মার ঋণ সত্যি শোধ হয়না , তবে এ যে মার অন্য ছেলে
মা হয়ে যেমন তিনি তাঁর সন্তানকে জন্ম দিয়েছিল
তাঁর কোলে ঠাই দিয়েছিল তোমায়
তুমিও যে মা কে নতুন জীবন ফিরিয়ে দিয়েছিলে
তোমার হাতের ছোঁয়ায় কোটি কোটি বাবা মা, ভাইবোন তাদের মাকে ফিরে পেয়েছিল।
তোমার রুদ্র চাহনিতে যে অন্ধকারের কালো ছায়া ভগ্ন হয়ে
প্রভাত সূর্যের মুখ দেখিয়েছিল
তোমার আবির্ভাবে ত্রিদেবতার আবির্ভাব
এই ত্রিভুবনের মনুষ্যদেবতার জন্ম।
👇🏻👇🏻👇🏻 ( পুরো লেখাটি )
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Meri Diary #Vs❤❤
तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा...
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के सेनानी, भारत रत्न सम्मानित, अभिजात राष्ट्रभक्त, स्वाधीनता संग्राम में नवीन प्राण फूंकने वाले सर्वकालिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी को उनकी जयंती पर श्रद्धापूर्वक नमन....
🙏🇨🇮🙏🇨🇮🙏🇨🇮🙏
एवं सभी देशवासियों को नेता जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले 'पराक्रम दिवस' की शुभकामनाएं।
🙏🙏जय हिंद!🙏🙏
✍️Vibhor vashishtha vs-
to make far-reaching the way which he has contributed for the nation .
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