जिस्म वही है,जान नहीं है,
पहले सी मुस्कान नहीं है।
जो पूँछ रहे हैं हाल मेरा,
वो हाल से यूँ अंजान नहीं हैं।।-
यकीनन कहर है उनका शरमाना जनाब,
उस पर ये घायल कर देने वाली मुस्कान ।-
एक हल्की-सी मुस्कान
जो सारे गम को छिपाती है
दुःख, दर्द इन सबको ये भूलाती है
जिंदगी कितनी भी कठिन क्यूँ न हो
जिंदगी कितनी भी कठिन क्यूँ न हो
बस एक हल्की-सी मुस्कान
सारे कठिनाईयों को खुद में समाती है
एक ऐसी मुस्कान जो चेहरे पर आती है
और दुनिया के सारे गम को छिपाती है।-
उनकी मुस्कान ही बहुत है मेरे होश उड़ाने के लिए
बस करो जानम अब क्या जान लोगी हमारी...❤️-
यु शरारत भरी नज़रो से न देखो हम को
इश्क़ शौखी पे उतर आया तो कहा जाओगे ❤️-
_मुस्कान_
तू कोशिश तो कर ए-गालिब
जिंदगी जरूर संभल जायेगी
दर्द-ए-दरिया मे गोता लगाकर देख
कीमत-ए-मुस्कान भी समझ आएगी-
मैंने सोचा ना था के इतना पास आओगी तुम
मेरी मुस्कान बनकर मुझमें मुस्काओगी तुम।
मैंने सोचा ना था के मुझको महकाओगी तुम
इत्र बनकर महक मेरी बन जाओगी तुम।
मैंने सोचा ना था के इतना चाहोगी तुम
रूह बनकर जिस्म में समां जाओगी तुम।
Wed/08/january/2020
whosmi
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बाटता हुँ खुशियाँ गम का खरीदार हुँ ।
कोई तो हमे बतलाए, मैं... किरदार कैसा हुँ ।।-
उनके चेहरे पर तो मुस्कान है...
मैं ही क्यों रोया करता हूँ...??
हमारे प्यार की लाश को...
मैं तन्हा ही क्यों ढोया करता हूँ...??-