हाँ हम बिहारी है
अपने जन्मभूमि के अभारी है
अपनी ज़िद्द से हर मुकाम हासिल करने वाले
हम ही तो इक बिहारी है जो सब पर भारी है
मैथिली,भोजपुरी, मगही अन्य यहाँ की भाषाएँ है
जिसको बोलने में बिहारी कभी नहीं शर्माते है
बिहार इतिहासों की गौरवगाथा है
जो पूरे विश्व में जाना जाता है
बिहार हमारी शान है
जो बिहारी कहलाना हमारा अभिमान है।।-
थोड़ा🤏विवादित हूँ
फिर भी मर्यादित हूँ🤩
सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाते वो
चश्मा,धोती से पहचाने जाते वो
भेद भाव को भुलकर
मिलकर जीना सिखाते वो
सही मार्ग दिखलाते वो
बापू नाम से पुकारे जाते वो
उच्च विचार, जीवन सादा रखते थे वो
महात्मा गांधी से जाने जाते है वो
बिना शस्त्र के देश को आज़ाद करवाए वो
एक लाठी के दम पर अंग्रेजों को दूर भगाए वो
आज राष्ट्रपिता कहलाते वो।।-
हम तिरंगे के दीवाने है
भारत माता की जय जयकार करते है
जिसने भारत को आजाद करवाया
हम उन वीरों को शत् शत् प्रणाम करते है।
🇮🇳 Happy Independence Day 🇮🇳-
इक दिन रंग लायेगी
जब हो जायेंगे हम भी कामयाब
मेहनत की कलम हमारी मान बढ़ाएगी
मेहनत जब तक हम न करे
ये कलम हमें मंजिल तक न ले जायेगी
मेहनत करने पर ही
ये कलम हमारी ताकत बन जायेगी
जितना हम संघर्ष करेंगे
ये कलम उतना ही चमक लायेगी
मेहनत की कलम हमें
इक दिन कामयाब जरूर बनाएगी।-
देखे ये सारा ज़माना
दुनियां के सभी रिश्तों में
सबसे खास है मेरा याराना
जीवन में जो रस घोल दे
वो मिठास है तेरा मेरा याराना
यही वो नादान यार है
यही वो विद्वान यार है
जिसका हमारे जीवन में रहा
सबसे बड़ा योगदान है
हर परिस्थिति में साथ देने वाला
इक दूसरे के खातिर
सबसे लड़ जाने वाला
यही हमारी याराना है
जिसे पूरी ज़िंदगी
एक दूसरे का साथ निभाना है।-
कौन कहता है कि प्यार मोहब्बत खेल है।।
इस जग में तो प्यार मोहब्बत तक ही मेल है।-
ज़िन्दगी में ऐसे जुड़ जाते है
ना होता ख़ून का रिश्ता
फिर भी ख़ून के रिश्तों से बढ़ जाते है
कुछ रिश्ते अंजान से
दिलों को सुकून दे जाते है
न जान होता न पहचान होता
फिर भी दिल के रिश्तों से जुड़ ही जाते है।-
एक हल्की-सी मुस्कान
जो सारे गम को छिपाती है
दुःख, दर्द इन सबको ये भूलाती है
जिंदगी कितनी भी कठिन क्यूँ न हो
जिंदगी कितनी भी कठिन क्यूँ न हो
बस एक हल्की-सी मुस्कान
सारे कठिनाईयों को खुद में समाती है
एक ऐसी मुस्कान जो चेहरे पर आती है
और दुनिया के सारे गम को छिपाती है।-
दो शब्दों का खेल है ज़िन्दगी
बनते बिगड़ते हालातों का हिसाब है ज़िन्दगी
हर रोज एक नया पन्ना जुड़ता है जिसमें
वहीं एक किताब है ज़िन्दगी
जीवन भर जो खेल खेलाती है ज़िन्दगी
चाहतों का पुल बनाकर
पैसों के पीछे दौड़ाती है ज़िन्दगी
कामयाबी के स्वप्न दिखाकर
रोशनी का दीप जलाती है ज़िन्दगी
एक पल की खुशी देकर
जज़्बातों का मजाक उड़ाती है ज़िन्दगी
अपनों की याद दिलाकर
अचानक से रुलाती है ज़िन्दगी
मीठे मीठे ख़्वाब दिखाकर
बहलाती और फुसलाती है ज़िन्दगी
ख्वाहिशों का फूल खिलाकर
दो शब्दों का खेल है ज़िन्दगी
जो दो पल में मुरझा जाती है ज़िन्दगी।-