चांद एक नहीं दो हैं... मेरे पास
पहला तू, दूजा हैं...आसमान वाला चांद
तभी तो देखती हूं तुम दोनों को एक साथ
तू मांग में सजा हैं मेरे, तो दूजा आसमान की
ऊंचाइयों से रखता हैं हर साल तेरी लम्बी
उम्र हो इस बात का वो ख्याल
तभी तो करती हूं तेरे लिए हर साल
यह करवा चौथ का त्यौहार।
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ऐ चाँद आप आसमान के मुख पर,
एक बिंदी की तरह जगमगाते हो,
दूर हो पर सबका प्यार बढ़ते हो।
हर सुहागन करती है आपकी पूजा,
इस इच्छा से के उसके पति की उम्र,
आपकी कृपा और नूर से लंबी ओर सेहतमंद हो।
आपकी ही रहमत से हर औरत की मांग मे सिंदूर जगमगाता है,
दिन रंगीन और शामे खुशनुमा हो,
तो भविष्य जीवन साथी के साथ लगता है सुनहरा।
क्यों की तेरी चांदनी दूर करती है हर अंधेरा,
है आज करवा चौथ की रात,
और मन में उतपन्न होतीं हैं एक ही बात।
आज हर सुहागन की सच्ची प्रार्थना हो आपको स्वीकार,
वे अपने पति का प्यार, साथ और मन जीत पाये हर बार,
यही आपका हो आशीर्वाद।
करवा चौथ की रात की आपको बधाई,
और एक मंगल जीवन की कामना,
मैं करती हूं आप सबके लिए।
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कोई तो उस चाँद को याद कर लो
जो बॉर्डर पर चमक रहा
यहाँ सबका करवाचौथ अपने मेहबूब के साथ
और उसके मेहबूब का करवाचौथ बिन देखे ही हो रहा।-
“Happy Karwachauth”
अमर रहे यूँ जोड़ी हमारी
जैसे सीता -राम की
व्रत करके, माँ गौरा से
विनती करूँ तेरे साम की
बिंदी, चूड़ी, लाली, मेहंदी
लगा ली तेरे नाम की
हर जनम में रहना चाहूँ
मैं राधा अपने श्याम की-
मेरे दिल में बसी तस्वीर तुम
मेरे हाथों में बनी लकीर तुम
मेरे जीवन की तकदीर तुम
मेरी रात तुम मेरा दिन तुम
मेरी जान तुम मेरा मान तुम
मेरी आस तुम मेरी सांस तुम
मेरा यार तुम मेरा प्यार तुम
मेरा भाव तुम मेरा सार तुम
मेरा ख़्वाब तुम मेरा रुआब तुम
मेरी सुबह तुम मेरी शाम तुम
मेरा वाद तुम मेरा साद तुम
मेरा नाद तुम मेरा चाँद तुम
बस तुम सिर्फ तुम और तुम..
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