मेरे लोगों पर से उठते हुए
एतबार की हद तो देखो तुम,
मैने हक के साथ इस बार
किसी से मिठाई तक नहीं मांगी..-
ɪ'ᴍ ᴀ ɢɪʀʟ, sᴏ ɪ'ᴍ ᴀʟʟᴏᴡᴇᴅ ᴛᴏ ʙᴇ ᴄᴏᴍᴘʟɪᴄᴀᴛᴇᴅ ᴡɪᴛʜᴏᴜᴛ ᴀɴʏ ᴇxᴘʟᴀɴᴀᴛɪᴏɴ... read more
हमारे आंसुओं का भी
असर तुम पर नहीं होगा
कभी सोचा नहीं था यूं
कि तुम ऐसे भी बदलोगे-
दुश्मनी के नशे में, कुछ जान नहीं रहे,
क्या सही है क्या गलत, पहचान नही रहे,
ख़ुद अपने हाथों काट रहे हैं गर्दन अपनों की,,
या खुदा ! तेरे बन्दे, अब इंसान नही रहे...— % &-
अजीब दोहराओं पर लाकर खड़ा कर रही है
ये ज़िन्दगी वक़्त से पहले मुझे बड़ा कर रही है...— % &-
आज तन्हाई में "सदफ" मुझसे ये सवाल कर बैठी,
आख़िर किसके लिए तू अपना ये हाल कर बैठी....— % &-
खड़े थे किसी छोर पर,
एक दरिया के संग बह गए..
सितम किए ज़िंदगी ने कई,
और हम हंसते-हंसते सह गए।-
Nibha lo to sab kuch hai
Varna kuch nhi hai ..
( Read caption )-
Let's start "Jugalbandi"
कुछ तुम पेश करो, कुछ हम सुनाएं साज़..
कुछ दिल की कहो तुम, कुछ हम बताएं राज़..
ख़त्म करते हुए अब सबका इंतज़ार,
करते हैं हम अब इस महफिल का आगाज़..
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Ya khuda !
Jo bhi karna.. bas itna khayal rakhna..
K iss bar mai na girun, kyunki uthne ki himmat nhi h mujh me..
K Iss bar mai na bikhrun.. kyunki sawarte sawarte thak gayi hun mai..
K iss bar mai phir na toot jaun.. kyunki khud ko khud jodne k liye mai maujood nahi rahungi..-
है फर्क बनाया रब ने ये ,,
हां हम दोनों का कोई मेल नहीं ..
गर लड़की होना मुश्किल है
तो लड़का होना भी कोई खेल नहीं ...-