औरत है वो, उसका किरदार,
घर के हर कमरे, हर कोने में बदलता है...-
Kabhi kabhi mohabbat umas jaisi lgne lgti kyuki aaj kl mohabbat ki expiry date jaldi ho rhi h😁😁😂😂😜😛😝
-
ये दिल है मेरा
भले ही सब आ जाए
पर दिल में सदा तू ही बस्सी रहती है-
बड़ी ही चाहत से मैंने यादों का कमरा सजाया था पर हमे क्या पता था की उसी कमरे का कोना पकड़ कर हमें रोना भी पड़ेगा!!!
-
उदास कमरा उदास मौसम उदास जिन्दगी...!!!
कितनी चीजों पे इल्जाम लग जाता है इक तेरे बात ना करने से...!!!
-
सिमटे इस चार दीवारी कमरे के अंदर
अब ये दुनिया न हमको भाएगी ।
उथल पुथल जज़्बातो का समन्दर
सब कहते है की अवनि रास रचाएगी ।।
बंद खिड़किया नहीं खोलनी,प्यार भी है बस अफसाना
अपनी सिद्दत अपनी ख्वाइश भी, अब व्यर्थ तुम्हे है समझाना ।
खुले गगन में पंछी है उड़ते हम तो फिर इंसान है
नहीं है जीना आसमान में जब मनुष्य बना हैवान है ।।-
Kamre ki tanhai,aur main,
Deewar pe purani tasveer
Ghadi ki tak tak,dariche se
Nazar aati woh haseen fiza
Sab kuch khushgawar thi
Magar main phir bhi udas thi
Meri saheli tanhai mere paas thi.-