Hum sab उस rab ke bande hain,
Jisne तुम्हें अमीर aur mujhko ghareeb banaya
देकर alishaan bangla tumko
मुझको dar-ba-dar bhatkaya.. !!!
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हम लोग बहुत डरते हैं
हाथ की लकीरों से
माथे लिखे तकदीरों से
पत्थरों के भगवानों से
फ़क़ीरों और मज़ारों से
सूरज ,चाँद और तारों से
नदियों और पहाड़ों से
मुल्ला और बाबाओं से
आग और हवाओं से
धरती और आसमानों से
क्यों की हम भारतीय हैं
भोले हैं, सच्चे हैं पर मन के बहुत कच्चे हैं
बाबाओं ,मुल्लाओं को ही भगवान मानते
और जब वो हमें नुकसान पहुंचाते
तब उन्हें पकड़ते हैं
क़ानून में जकड़ते हैं
फिर लग जाते हैं दूसरे चमत्कारी बाबाओं की खोज में
यही प्रक्रिया हम बार-बार दोहराते हैं इस आधुनिक दौर में
क्यों की ख़ुदा से उठ गया है विश्वास हमारा
अंधविश्वासों के चलते है बुरा हाल हमारा-
Faqeer Mijaaz Hun Apna Andaaz
Dusro Se Thoda Juda Rakhta Hun
Log Masjido Aur Mandiro Mein Jaate
Hain Khuda Ko Dhundne Mai Har Lamha
Apne Dil Mein Khuda Ko Mehsoos Karta hun.-
Mujhe nahi parwah duniya ke khudao ki
"" Ya-ALLAH ""
Mujhe Faqeer sirf apni zaat ka rakhna!!!
{AAMEEN}
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Abh maal daar aur faqeer me koyi farq nahi
Dono pathe kapde pahente hai
Bas farq itna hai ki ameer fashion ke naam per pahenta hai aur fakhir majbore kr naam per pahenta hai-
गर अहसास ए ज़ुल्म बढ़ता जा रहा है
गुनाह फिर क्यों ये सहता जा रहा है।
एक फ़क़ीर रोज मेरी गली में आकर
जल्द होगी सुबह ये कहता जा रहा है।-
തിരഞ്ഞു നടന്നതത്രയുംനിന്നെയായിരുന്നു...
കാതങ്ങൾ പിന്നിട്ടിട്ടും കാണാതായതിനാൽ
വരുമെന്നുറപ്പുള്ളതിനാൽ തിരികെ പോന്നു....ഞാനൊരു ഫക്കീർ
അതല്ലേ നീയന്നെ തിരിഞ്ഞു നോക്കാത്തത്...
"കർമ്മങ്ങൾ കൊണ്ട് നിനക്കന്നെ ഫക്കീറായി തോന്നാതൊരു നേരത്ത്
നീയന്നെ കൊണ്ടുപോയ്ക്കോളൂ...."
ഇതാ ഞാനിവിടെ
"നിനക്കായ് കാത്തിരിപ്പാണ്"
തനു 💕-
वो झुमके, वो कंगन, वो पायल, वो पहरन और वो सफेद बिछौने मख़मल के
सब कुछ ही छोड़ आती है एक साहिबा, जब उसे मुहब्बत हो जाए फकीर से..-