दारू के लिए लोग मरने को तैयार हैं
जो ना मिले दंगे करने को तैयार हैं।-
नही चाहिए अब मरहम किसी के,
मैं अपने ज़ख्म खुद धो लेता हूँ..
और एक नयाब सा हुनर सीखा है,
मैं हंसी की धुन में रो लेता हूँ..-
शराब और दिल का कोई संबंध नहीं होता,
शराब से लीवर खराब होता है,
दिल नहीं
और न ही दिल से यादें जाती हैं।-
मंजिल उन्हीं को मिलती है,
जिनके हौसलों में जान होती है…
और बंद ठेके में भी दारू उन्हीं को मिलती है,
जिनकी ठेके में पहचान होती है! ? ?-
Log Kahte Hain,
Sarab Ka Nasha Bekaar Hain,
Ye Liver Khrab Kar Deti Hain...
Lakin Yaaron, Jara Khud Hi Socho...
Ishq Ka Nasha To, Sarab Se Bhi Kharab Hain.
Yeto Zindagi Barwad Kar Deti Hain...-
घूंट घूंट पी रहा था शौक से शराब
अब शराब मुझे ही घूंट घूंट पी रही है-
💚तू सादगी की कोई मिशाल, मैं तेरी सादगी का कायल हूं...😌
🤞🏻यूं मरीज-ए-इश्क़ है हुआ मुझे, तेरे नैन-वांण से घायल हूं...🙈-
जिंदगी से परेशान हो कर,
हमने परेशानी मैं जीना सीख लिया.
हर मोड़ पै ठोकर खा कर,
हमने बिना मरहम के चोट सहना सीख लिया.
सच्चाई की आड़ मैं हमने भी,
झूठी लहरों मैं बहना सीख लिया.
और गमों की बरसात कुछ इस क़दर बरसी की,
थोड़ी गर्मी के लिए हमने पीना सीख लिया..-
कल मैंने भी व्रत रखा था,
अपनी कलम के लिए.
पर कम्बख्त ने पानी नहीं पिलाया
खैर छोड़ो हमने दारु से काम चला लिया
अब स्याही तो पी नहीं सकते ना 🤣🤣
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अपनी कायरता को ग़म
और दारू को दोस्त बताते हैं
अपनी कमजोरियों को...
औरत को पीटकर छुपाते हैं।।-