जो दुआ में अपने लिए मौत मांगता हो
सोचो वो शक्स अंदर से कितना टूटा होगा-
❣️अब दूरियां बढ़ने लगी थी ❣️
मेरी राहें अब मुश्किल भरी थी
चेहरे सामने हज़ार थे
लेकिन मेरे दर्द को महसूस किसी ने नहीं किया
फ़िर भी खुश थी मगर
अंदर से टूट चुकी थी
लगता था हम दोनों के बीच
अब दूरियां बढ़ने लगी थी,,,
रोना भी चाहूं , दर्द छुपाना भी
पर क्या फ़र्क पड़ता है किसी को इससे
मानो सिर्फ़ मैं जी रही थी
पर जीने की कोई उम्मीद नहीं
जब जागा तभी सबेरा ऐसा कुछ हो
मेरे सामने धुंधली मंज़र भी नहीं
अब दूरियां बढ़ने लगी थी,,,,,
गलती क्या थी मेरी बस इतना
की मैंने तुमसे उदास होने का वजह ही पूछी थी
माफ़ करना गलती हुई
अब दोबारा ये गलती करूं
मेरे जिंदगी का सफ़र अब अधूरा नहीं
छोड़ दिया मैंने भी तेरी फ़िक्र करना
मैं शमा की तरह जो जलने लगी थी
अब दूरियां बढ़ने लगी थी,,,,,
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एक एक कर सब छोड़ कर गए मुझे,
अब किसी की जरूरत नहीं।
अकेले रहने की शौकीन हूँ मैं, क्योंकि
"भीड़-भाड़ मुझे वैसे भी पसन्द नहीं"😈-
क्यों जिंदगी इतनी मुश्किल हो जाती है
की हम चाह कर
भी उसे आसान नहीं बना सकते😞-
उम्र तो बढ़ती जा रही है,
पर न जाने क्यूँ दिल अभी भी बच्चा है !
टूट जाता है हर छोटी छोटी बात पर,
शायद यही वज़ह है कि वो सच्चा है ! !
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बहुत से जख्म हैं मेरे जो अभी भरे नहीं
ये सच है की मैं मुस्कुराती बहुत हूं
पर दिल से खुश हूं यह जरूरी नहीं....!!-
Bheeg rahi thi palke meri barish ne chupaliya
Soch rahi thi kuch likhne ko un yaado ne behka diya
Dard hua tha seene me jab apno ne duahmano ke khatir hame hi thukra diya-
"Pata Nahin Tumse Itna Pyar Kyu Karti Hun...."
"Tumse Baat Kiye Bina Kyun Nahi Rah Paati Hun.."
"Har Dard Mein Sirf Tum Hi Yaad Kyun Aate Ho..."
"Akele Hoke Bhi Aas Paas Tumhe Mehsoos Kyun Karti Hun...!"-