आ भी जा अब कितना सताएगी..
एक मोहब्बत..
की खातिर जान भी ले जाएगी।...-
कभी तो मेरी याद तुमको सताएगी,
कर लो ताउम्र नफरत फिर भी ना भूल पाओगी!"-
तुम्हारी लत लग जायेगी
इसलिए ध्यान रखो,आदतें न बढ़ाओ
वरना फिर हमारी कमी
तुम्हें भी हर पल सताएगी-
ये सल्तनत तुम्हें क्या देगी ,मेरी जां
रुलाएगी, सताएगी, बहकाएगी, बहलाएगी
और एक रोज़
बड़े आहिस्ता से तुम्हारी जान लेगी, मेरी जां!-
सब मिल जाएंगे रास्ते, एक तू न मुझे मिल पाएगी..
कुछ याद मुझे आये न आये, तेरी याद बहुत सताएगी..-
नाम तक मेरा मिटा दो किताब-ए-ज़िन्दगी से तुम:
पल-पल रुलाएगी और सताएगी कमी मेरी।-
अब हम,
उस रात से ही बाते करने लगे
अब हम,
उस बेवफा के यादों मे खोने लगे
ना जाने,
ये यादें कब तक तन्हाई बनेगी
ना जाने,
ये कब तक मुझे सताएगी
एक दिन जरूर,
ये यादें याद बनकर रह जाएगी-
ए जिंदगी !
तू मुझे कब तक सताएगी
मेरी आंखों को कब तक रुलाएगी ।
मेरे जीवन के कांटों को कब तक हटाओगी
तेरा इंतजार करते करते थक गए
क्या जब सांस न रहेगी, तब अपनाएगी।।-
अब दोस्ती में हर जख्म
दिल पे लगे दिखाए नहीं जाते !
हाँ अब सोच समझकर ही हैं ,
हाथ दोस्ती का हम उठाते।
कदर नहीं जिसको इस दोस्ती की,
क्यों हम पीछे भागें उसके?
आएगा एक दिन सताएगी याद फिर हमारी,
उनको तन्हाइयों में ।
🌹शारदा पुगलिया🌹-
ऐ दिसम्बर सुन
ओ सितमगर
मेरे दिल की भी तुझे
कुछ है खबर..
भाती हमें भी तेरी ये
सर्द हवाएं,
जो साथ होते मेरे भी
हमसफ़र अगर...SS-