Pratibha Chauhan   (प्रतिभा चौहान (MENTAL))
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Joined 31 December 2020


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21 JUL AT 18:22

काश! मैं एक खरीददार होता
तो
लोगों के आंसू खरीद लेता
लोगों की पीढ़ा खरीद लेता
परन्तु
*आंसू और पीढ़ा* वो उपहार हैं
जो अपनों ने अपनों को दिए हैं
और
अपनों के दिए उपहार खरीदे नहीं जाते ।

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20 JUL AT 17:02

प्यार सच्चा है तो सच मानो दिल बच्चा है
और
दिल बच्चा है तो सच मानो प्यार सच्चा है
क्योंकि
दिल बच्चा है तो उसमें विकार नहीं होगा
और
दिल सच्चा है तो फिर अत्याचार नहीं होगा

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9 JUL AT 17:39

कभी हम भी अकड़ते थे जरा सी बात पर
कभी नींद से उठ जाते थे कान्हा को याद कर ।
एक दिन Mental के सम्मुख संवारे आ ही गए
फिर कभी जाने ही नहीं दिया, उनसे फरियाद कर ।।

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6 JUL AT 6:23

आर्थिक सामर्थ्य का महत्व नहीं रखते हैं हम
मित्रों और रिश्तों के मध्य
बल्कि
अहमियत की भूमिका रखते हैं प्रथम हम
मित्रों और रिश्तों के मध्य ।।

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5 JUL AT 17:43

मेरे प्रति दुनियां की सोच के Notification को, मैंने Off कर दिया है ।

जो समझ न सके Emotions को, ऐसे Relation को Mute कर दिया है ।।

अब तो ..................💕✍️💕😀💕✍️

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4 JUL AT 20:42

काली हूं, दुर्गा हूं, समाज के भेड़ियों के लिए मैं हूं दामिनी ।
भगवान श्री रामजी पूज्यनीय मेरे, और क्षत्रिय की हूं सहगामिनी ।।

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3 JUL AT 16:37

मित्रता हो या प्रेम
रिश्ता कोई भी हो बड़ी सिद्दत से निभाओ
यदि न निभा सको तो पीछे कदम हटाओ
छल, शक और अविश्वास से बंधन कमजोर होते हैं
विश्वास की डोर से रिश्तों की पतंग को आकाश में उड़ाओ।।

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2 JUL AT 8:08

कभी रहते थे बड़े रुआब में
जिया वर्तमान, न जीते थे ख्वाब में

फिर दिन में भविष्य का सपना दिखा
वो बहुत कुछ अपना अपना दिखा

Mental हृदय ने *भविष्य का सवेरा* चुना
संग उसके चलने का संकल्प भाई बुना

Mental हृदय अब भविष्य के संग बंध गया
भविष्य भी Mental के शीश चढ़ गया
क्योंकि अब वो
भविष्य, Mental की मांग का सिंदूर बन गया
अंधेरे जीवन में सदा के लिए उजाला तन गया ।।

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26 JUN AT 5:34

जिससे जुडो, पवित्र हृदय से जुड़ जाओ
रिश्ता कोई भी हो, जीवन पर्यंत निभाओ
ये जीवन है साहब
कल था, आज है, कल नहीं रहेगा
इसीलिए
सद्भावना के संग सद्व्यवहार अपनाओ ।।

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24 JUN AT 10:54

दूसरों के संग अपनों के कष्ट में, तुम ताली बजाए हो ।
अरे !
तुम भी तो अपनी खुशियों की ताली दूसरों को थमाए हो ।।
उसने ताली जब उल्टी घुमाई, तो अब तुम घबराए हो
देखो अब तुम भी उसकी ही तरह कष्ट में आए हो ।।

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