जो मैं तुम्हारा नाम बार-बार दोहरा रही हूँ
तो क्या आज कल तुम
हिचकियों के लहज़े में अपनी बात कह रहे हो।— % &-
@चाँदप्यारी @बौड़म _लिखैत.......
@imperfact_soul
🎂 27 मार्च को उतारा गया ... read more
मैं ना कहती थी
तपोगे तपोगे जितना
मौला उतनी ही तसल्ली से तुम्हें
करुणा से तर करेगा।
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मुझे बाँसुरी बनने का हुनर देना
मैं इस तरह तुम्हारे लबों तक पहुंच जाऊंगी...
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वो ज्ञान प्राप्ति हेतु एकांत ढूंढते हुए जंगल नहीं जाती
वो अपने दुधमुंहे संतान को छाती से लगाते हुए
रसोईघर में जाकर दूध गर्म करती है
उसे ये ज्ञान उसकी माँ ने गर्भ में दिया था कि
जीव पर दया परम धर्म है।
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पिता मेरे...
खोने का सही अर्थ तुम्हें खोने के बाद जाना
पाने का सही अर्थ तुमसे ही सीखा था
फिर हर दफे खोने का अर्थ
पाने के अर्थ को क्यूं भूला देता है
खोना सत्य है तो पाना अर्ध सत्य क्यूं लगता है
अगर धरती गोल है तो तुम मुझे फिर क्यूं नहीं मिल जाते
दुनिया में हमारे हम शक्ल होते हैं तो
तुम्हारा कोई हमशक्ल मुझको क्यूं नहीं दिखता,
पिता मेरे
अगर कोई डाकिया है तुम्हारे आस पास
तो तुम मेरे पते पर चिट्ठियां क्यूं नहीं भिजवाते।-
ओ धानी
मैं किसान का बेटा हूँ
तुम्हारी सूरत धरा है
मुझे वहां धान के बोसे बोना है!
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पिता कहते थे
जीवन से जुड़ा पहला आदमी माँ की तरह सुन्दर होता है !-
बुद्ध की बातों में एक स्त्री का चेहरा दिखता है
शायद वही यशोधरा है !-