विश्वजीत कुमार   (Son_of_Nirmala_Devi)
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Joined 7 May 2019


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Joined 7 May 2019

जिंदगी है चल रही है चल ही जायेगी
मौत बनकर एक दिन जरूर टक्करेगी
साथ रहे या ना रहे कोई अब जिंदगी में
मौत के बाद शरीर भी साथ छोड़ जाएगी
अफ़साना तो नहीं है अधूरी कुछ हमारी
अफसोस तो थोड़े वक्त के लिए करा जाएगी
न हम रहेंगे न हमारी यादें किसी की रहेगी
मौत है मौत बनकर एक दिन टकरा जायेगी
बस गम ए उल्फत है अभी जिंदगी में जरा सा
मौत के वक्त हंसी जरूर तुझे दिखाई दे जायेगी

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नजीर पेश करेगे हम तुम्हारी
तुम वक्त के साथ साथ हमे दो
कोई गलत रहे या गलती हो जाए
तो बेहिचक हमसे कह दिया करो
न तुम अकेले रहो न हमे रहने दो
जिंदगी है तो साथ रहेंगे तब तक
तुम वक्त वक्त पर हमारा साथ यूं दो

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जब जब टूटा हूं मैं तब तब खुद से ही रूठा हूं मैं
अजनबियों की बस्ती में वास्ता भी खुद से रखा हूं मैं

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दफन कर दे तू अपनी आक्रोश में मुझे
कोई अपना ना कह पाएगा तब मुझे
ख्याल ए इश्क रहेगी तब तक तेरी ही मुझे
जब कोई इश्क जताने आएगा तब मुझे
अधूरेपन का एहसास ना हो पाएगा कभी मुझे
अगर तू साथ रहे या तेरा रहे एहसास जब याद रहे मुझे
तब भी माना लूंगा मैं तुझे जब रूठा देगी जब मुझे
एक वक्त का एहसास ना कभी बनाना तुम मुझे
चाहे तू चाहे किसी और को या चाहे भूला देना यादों से मुझे

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एक भाव मात्र ही है जीवन ए जहां का
मां के आंचल में छिपा है प्यार रूपी संसार का
यहां दुनिया होती है नही खत्म कभी जहां मां के आंचल में
लेकिन शुरुआत ए जिंदगी ही होती है मां के छाया रूपी आंचल में

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उसने कहा कि भूल जाओ हमे
मैने भी कहा कि तुम्हे कब याद किया
तारीखे गिनकर बताने लगी है वो अब हमे
मैने तो इन तारीखों को कब का भूला दिया

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तलफ होने आदत लगी है तेरी खामाखाम मैने गैरो को बदनाम किया
इश्क का अधूरापन रहा था शायद मेरे जिंदगी के अधूरेपन में
खैर मुझसे कभी तूने प्यार ए निसां आज तक कभी नहीं किया

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आस्था से मिले हमे मन्दिर और मन्दिर से हमे आस्था न मिले अगर बेरोजगार को रोजगार साहेब तो न ही मिले मंदिर न ही मिले वो आस्था

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सहज भाव है मात्र तेरा आगे सहज पर विराम नहीं
कल तक जो था तेरा मेरा आगे का अब पता नहीं
तू है तो है मेरा है उसमे कुछ अपना योगदान अब नहीं
तू खुश है तो है मेरा गम तेरे से है अब जो छिपा नहीं
वजह तू है या वजह है कोई किसी से कहने को नहीं
बात यही तक रहती सीमित होकर तो और की जानकारी होती नही

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जनाजे ए इश्क निकली है किसी का रोदन से ज्यादा चर्चा होगी उसके इश्क का
लगता है गहरा इश्क था उसका या दिल की गहराई तक चोट लगाई थी किसी ने उसका
इसलिए जुदा होने से पहले उसका बुलावा आया था खुदा का
इसलिए अलविदा कहने से पहले status में नाम लिखा था उसी का

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