शराफत ने दिया "नासमझी" का टैग
फिर बिगड़ना तो तय था।।-
8 NOV 2020 AT 14:15
बड़े शौक़ से देखती हूँ मैं दोस्ती का ये मंजर ।
चेहरे पर शराफत का नक़ाब और पीठ में खंजर ।-
5 JUN 2019 AT 19:03
मुग़ालता है तेरा की ये शराफ़त का दौर है,
यहाँ आजकल बस चालाकियों का शोर है।-
31 MAY 2022 AT 13:34
इश्क़ किसी से नही अब हमें कुछ एहसास बाकी है बस,
एक रोज हमारे साथ वो भी बस दफ़्न हो जाएंगे यहां।
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3 OCT 2020 AT 1:19
धीरे धीरे सब कुछ जान जाता है जमाना..
बस नाम की शराफत हर जगह बसती है।-
19 MAY 2019 AT 7:53
ज़ुबाँ पे है मक्खन, नज़र में सूई है,
शराफत की साज़िश वहीं से हुई है...-
21 NOV 2021 AT 17:35
हम अपनी मोहब्बत मैं हद से ज्यादा शराफत दिखाते रहे,
ओर वो हमे खिलौना समझ रोज लूटते रहे।-
12 DEC 2020 AT 16:33
सच कहें गर तो दिल आज भी सिर्फ उसे चाहता है..
ईश्क़ आज भी उससे करे शरीफ़ इतना अब वो नही।-
6 JUN 2020 AT 0:05
गुनाह के बाद सबूत मिटा दिया करते है लोग,
गर देखे किसी ने तो मासूमियत कही खो जाएगी।-