सुनो....
तुमसे बात करने का बड़ा मन था मेरा कल तक
में बड़ा रोया भी हूं तुम्हारे फोन के इंतजार मैं,
बहुत तकलीफ हो रही थी मुझे शायर तुम्हे पता है
पर तुम नजरंदाज कर गई,
पर अब नही होता मुझ से बेवजह का प्यार,
में अकेला सा हो रहा हूं पर अब अकेला ही सही हूं।-
#भगवतगीता_परिवर्तितस्वरूप
#WritingWithDeepak
#रveena
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में शिव के सामने बैठना चाहता हूं
उस से हर पीड़ा सांझा करना चाहता हूं,
मेरे अक्ष बस उसे देखते रहना चाहते है
ओर मैं उसमे समा जाना चाहता हूं।-
जरूरी नहीं क्रोध का कारण कोई समस्या हो
प्रेम भी क्रोध का कारण हो सकता है,
प्रेम वेदना देता है वेदना वियोग देती है
और वियोग एकांतवास देता है,
एकांतवास संसार के मोह से अलग कर देता है
ओर वही त्याग शिव को वैरागी बना देता है।-
शराफत का लिबास ओढ़े लोग बड़े खतरनाक होते है
अपना जालिम चेहरा छुपाए वो हर जगह वार करते है,
थोड़ा तुम भी अपना मुखौटा बदल के दिखाओ जनाब
इन्ही के लिबास नफरत से लाल हो जाया करते है।-
थोड़ी अजीब सी कश्मकश रही है जिंदगी मैं हमारी,
कुछ हसीन ख्वाबों के लिए हमने खुद को तबाह कर लिया।-
आप किसी को मार्गदर्शन तब ही दे सकते हो
जब आप भी जीवन में सफल हो,
असफल लोगो का तो तजुर्बा भी ज़माने को
तीर की तरह चुबने लगता है।-
माना गुस्सा आया होगा तुझे भी बहुत मेरी बाते
सुन कर पर दिल मेरा भी टूटा उस से दूर होकर,
तू हमेशा मुझे अपराध के कटघरे में मत खड़ा किया कर
कभी उस से भी पूछ जिसे के लिए मैं कुसुरवार हूं।-
वो बिखरती जा रही है में उसे समेटने में लगा हूं,
जिंदगी तू ही बता मैं किस कदर तुझे जीने लगा हूं।-
में क्या कहूं ज़माने से बहुत खुश नहीं हूं मैं,
मुझे बस अपने मैं खोए रहना ज्यादा पसंद है।-
वो गुस्से में पता नही अपने कैसे कैसे
हालातो को छुपा कर चलते है,
हम लड़के किसी को बताने से पहले खुद
ही आंसुओं को हंसी मैं बदल लिया करते है।-