🙋🏻♂️मैं कृष्ण-कन्हैया की बंसी हूं, 👰🏻तुम उसकी धुन मनभावन हो...🥰
💝मैं भक्त हूं माता🔱वैष्णो का, 😇तुम नवरात्रि सी पावन हो...🤞🏻-
माँ........
दिल मे बैचैनी
आँखों मे पानी है
दर पर बुला लो माँ
छोटी सी ज़िंदगानी है
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ऊंचा है भवन ऊंचा मंदिर
ऊंची है शान मैया तेरी
चरणों में घिरे बदल भी तेरे
पर्वत पे लगे शैय्या तेरी ...
क्या बताऊं तेरी माया
जब कभी मैं लड़खड़ाया
तूने दस भुजाओं से संभाला
जब न होगा तेरा आंचल
नैना मेरे होंगे जलथल
जाएंगे कहां फिर मेरे आंसू
तेरे मंदिरों में माई
मैने जोत क्या जलाई
हो गया मेरे घर में उजेरा
ममता से तेरी बढ़ के मैया
मेरी तो धरोहर कोई नही
मेरी मां के बराबर कोई नहीं ......
- Swati Sahu
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समय बचे रोमांच के साथ मिले आराम।
वन्दे भारत से चलो माँ वैष्णो के धाम।।-
इन्तजार क्या होता है
माता वैष्णो देवी से पूछो जो त्रेतायुग से भगवान
श्री हरी का कल्कि रूप में त्रिकुटा पर्वत
पर इंतजार कर रही है।-
मेरी माता वैष्णो रानी के दरबार में खुशियों के खजाने मिलते हैं,
आजावो झूमते गाते चले आवो माता रानी के दरबार में,
माई भर देती हैं सब की झोलियां खुशियों से,
माई मेरी मेहरोवाली हैं दात्री देवंहार जगत की,
माई के मंदिर में आते दूर दूर से बोलने को जय जयकार,
बोलो जोर से सच्चे दरबार की जय, जय हो माई के दरबार,
आओ प्रेम की ज्योत जला मन की पूरी अरदास करते हैं,
माँ सब के हर लेती हैं कष्ट भर देती हैं झोली अपार खुशियों से,
माई देखो बैठी ऊँचे महलों में मेरी शेरोवाली न्यारी जी,
इक़ बार जोर से लगा दो जयकारा, सब कष्ट मिट जाते हैं,
माई ले कर अपने आँचल में सब को देती आशीर्वाद हैं,
माई की माया अपरंपार हैं वो तो जगजननी जगदंबा भवानी हैं,
माता रानी के दरबार के दर्शन भाग्यशाली को मिलते हैं,
मेरी माता रानी के दरबार में खुशियों के खजाने मिलते हैं,
आओ झूमते गाते चलो चले माता वैष्णो देवी दरबार में..✍🏼🐦-
हे मां जगदम्बे ! तेरे चरणों का प्यार,
मिलता रहे मुझे बार बार ,
इससे अधिक और कुछ नहीं चाहिए-
शुक्राना मेरी दातीये महाराणी,
मेरहबानिया मेरी दाती महाराणी,
झूम झूम नाचे गावे मन मेरा माई,
आपका जीवन आप पर ही उवारु,
पाई दरबार से रहमते लाखो वैष्णो,
आपका करू शुक्राना मेरी अम्बेमाई,
मन के भरे आपने भंडारे महाराणी,
पल पल सुख करणी मेरी महाराणी,
दु:ख सारे हर, पल में आनंद करती,
रहमतों से अपना बना लिया भवानी,
हर हाल में ख़ुश रहना सीखा दिया माँ,
शुक्राना मेरी दाती कल्याणी मेहेरोवाली,
प्रेमकृपा ऐसी बरसाती हो शुक्राना माई,
कष्ट निवारे करे कृपा कल्याणी शुक्राना,
जयकारे शुक्राना माँ के लगा ले मनवा,
आ कर बस गई मनमंदिर शुक्राना माई,
झूम झूम नाच रे मन, नाच शुक्राना में मन,
जय माता दी बोल रे मन जय शुक्राना माँ..
कर मनवा शुक्राना साचै दरबार की..✍🏼🐦-
मातेश्वरी श्रीवैष्णो देवी जी की दिव्य यात्रा कर हम लौट आये हैं जी..
मातेश्वरी ने श्रीचरणों की सुखद आनंदायी यात्रा करवा धन्य किया..
माँ सब को ऐसा सौभाग्य देवे.. प्रेम से बोलो जय माता दी..✍🏼🐦
🙏🏻🚩🪔🪷-