लम्हा तेरी याद का गुजरता नहीं..,
तेरी हर एक बात मुझको भूलता नहीं..,
ना कभी मुँह मोड़ना हमसे..,
ना कभी रिश्ता तोड़ना हमसे..,
नाजुक सा दिल है मेरा..,
ये हद से ज्यादा बेरुखी सहता नहीं..,
तुम कभी दूरियाँ बढ़ाना ना..,
ज्यादा हो व्यस्त ये दिखाना ना..,
हमारे दिलों दिमाग़ में तुम्ही बसे हो..,
इसमें किसी और का ठिकाना रहता नहीं..,
तुम अपने हो तो कह देते है..,
वरना ये दिल बातें कहता नहीं...-
बहुत सी यादें दे गया
और हंसती आंखों मे भी आंसू दे गया
माना अब एक नही हम
पर कभी साथ बिताया कोई एक लम्हा याद कर लिया करना
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आँखों में मेरी कैद हैं...
अब और इंतजार नहीं होता
तुझसे मिलने के लिए न जाने
कितना वक्त और हैं...
बेसब्र हैं हर लम्हा तेरे दीदार को
न जाने ये वक्त गुजरने
में कितनी देर और हैं....!!-
Tere Sath Guzara lamha
Ek Ek Pal Aaj Bhi Yaad hain
Raaton Ki andhero mein
Sitaro Ki Tarah jilmilate hain.
Khushiya to ruk Gai Jindagi Ki
Per Ashu ke vajah ban gaya.
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प्रेम को
हॄदय के गर्भ में धारण करना सीखो
कृष्ण का जन्म होगा .!-
एक मेरी अपूर्ण अधूरी मुरादों का
लम्हा तेरे झूठे वादों का मेरे अनसुनी फरियादों का
लम्हा तेरे क़ातिल इरादों का मेरे अनकहे संवादों का
ये ज़िन्दगी का हर लम्हा जैसे जाल सय्यादों का-
जो मैं जी चुकी हूँ
वो पल आज भी याद है मुझे
जो आज भी सिर्फ महसूस किया जा सकता है
मगर बयाँ नही किया जा सकता ।-