जिस दिल ने तुझे खुदा माना
उसी दिल को तूने पराया बनाया।
बेवफा तो तू थी, फिर भी मैंने निभाया
तेरे झूठे प्यार को भी सच्चा बताया।-
मेरे खून में बहती सिहाई
मेरे नब्जों में बसती लिखाई
मेरे दिल से कलम पे... read more
जो पास है, उसे खोएं क्यों
वो जो गया, उसे खो जाने दें।
सोचेंगे जरूर कि काश ऐसा होता,
मगर अब उस सोच को भी जाने दें।-
ये आँसू हैं मेरे, समुंदर का जल नहीं,
हर मुस्कान के पीछे कोई हलचल नहीं।
बारिश पे एतबार कैसे करूँ यारो,
जो आज बरसे, वो कल का बादल नहीं।-
मैंने उसे दुआओं में माँगा था,
शायद किसी और ने यूँ ही पा लिया होगा।
मैं तो ठहरा वक़्त का मुसाफिर,
किसी और का अच्छा वक़्त आ गया होगा।
उसने भी मेरा इंतज़ार किया होगा कभी,
पर मेरी खामोशी ने उसे तोड़ दिया होगा।
मैं नहीं लौटा, यही सोचकर
उसने किसी और का हाथ थाम लिया होगा।
वो नहीं चाहती थी कोई और उसे छूए,
मजबूरी में आँखें मूँद ली होंगी,
और मेरे एहसास को ही
अपने पास होने का बहाना बना लिया होगा।-
तू सुबह का नूर है
तू ही छाया तू ही धूप है
भूला मैं सारा जहां
तू ही मेरा जुनून है-
मैंने बोला था ….
दोस्ती तक रहने दो
मुझसे प्यार नहीं निभेगा
मुझे अकेले ही रहने दो-
यार तेरा वफाएं करता रहा
उस बेवफा के लिए मरता रहा
जिसे परवाह नहीं मेरे प्यार की
मैं उसकी परवाह करता रहा-
जो मेरे लिए काजल करती थी
अब वो आंखें बदल गई
मेरा हाल पूछने के लिए
तेरी वो बातें बदल गई-
जो धड़कन बनकर
मेरे दिल में धड़कता था
वो गैर क्यों हो गया
जो मेरा अपनों से बढ़कर था-