तू चाँद है
मैं चाँदनी तेरी।-
बेखुद सा रहता हैं
ये कैसा सूफ़ी हैं
जागे तो तबरेज़ी
बोले तो रूमी हैं
ये इश्क हैं....🌹
- गुलज़ार
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वो अवधी शानोशौक़त
वो तमीज़ तहज़ीब की अदा
वो बड़े और छोटे इमामबाड़े
वो रूमी दरवाज़ा
वो इमामबाड़े की भूलभूलैय्या
वो हज़रतगंज की चकाचौंध
वो अमीनाबाद के मशहूर टूंडे कबाबी
वो चिकनकारी की कला
वो गोमती का किनारा
वो सत्ता का गलियारा
वो नवाबों का शहर लखनऊ-
बेशक वो खूबसूरत जरूर है।
शायद इसलिए इतना मगरूर है।
जो भी है जितना है झलावा है
नासमझ है वो सच्चाई से दूर है ।
क्या बात है आखिर चलो देखते है
चर्चे उसके पूरे शहर में मशहूर है ।
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वो बरसों बाद मिली तो खैरियत पूछ लिया हमने,
शहर-ए-लखनऊ है जनाब, तहजीब तो लाजमी है।-
Raise your words, not voice.
It is rain that grows flowers, not thunder.
अपने शब्दों को ऊँचा करें, आवाज को नहीं।
वो बारिश है जो फूलों को बढ़ाती है, ना की उनकी गर्जना।
RUMI-