गुमान था बड़ा इस तन पर इक पल में हुआ माटी
सबका खेल एक सा अर्थी पर क्या धर्म क्या जाति
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जब इशक की रवानी लिखी जाएगी।✍️
तेरी मेरी कहानी लिखी जाएगी।📖
दो किनारे मिले एक दरिया में थे....🏞️
अपनी ये ही निशानी लिखी जाएगी।।🍁-
क्यों कहता है तू ये मुझसे के ये बरसात झूठी है।
मुझे लगता है के तेरी तो हर एक बात झूठी है।
तू सोचे कुछ है,कहता कुछ है, करता कुछ है दीवाने
दिन उसका कैसे सच्चा हो?जिसकी हर रात झूठी है।।
✍️राधा_राठौर♂-
"मैं"
लिखो तो एक किताब हूँ मैं,
पढ़ो तो एक कहानी
देखो तो एक ख़्वाब हूँ मैं,
सुनो तो सुमधुर वाणी
छेड़ो तो सैलाब हूँ मैं,
स्थिर हूँ तो पानी
स्नेह करो तो देवी तुल्य हूँ,
लड़ो तो झाँसी की रानी
अब तो समझ गये ही होंगे
मैं कैसी हूँ दीवानी।
- रंजू सिंह-
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बचपन से लेकर जवानी तक
बेशुमार मोहब्बत उससे एक तरफा किया।
जब आया मुझे अपनाने वो
जिंदगी से ही नहीं, दिल से उसे दफा किया।-
एक दिन तुम सोचोगे
Ki kitne din hue,
Chlo aaj baat krte h aur
तब तक बात खत्म हो चुकी होगी ..!!-
ख़ुदा से माँग लिए हैं मैंने,
सभी रंज़ ओ ग़म तुम्हारे ,
अब चंद लम्हात् में ....
मेरी ज़न्नत
सिर्फ तुम्हारी होगी ।।
#अक्स
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साथ चलने के सफर का अंत हो गया।
उम्मीद का आज दफ़न हो गया।
जिनसे नज़रे नहीं हटा करती थी उनकी,
वो बस अब यादों का एक कफ़न हो गया।
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छिटका हुआ नीलांबर मे
"सप्तरंगो" में विलीन इंद्रधनुष.....!
तुम्हारे साथ कि कुछ अनुभूतियों को
प्रकट करता है।
वस्तुतः यही हमारे प्रेम को
पूर्ण रूप से सारगर्भित करता है।
चांद की शिथिलता ही
उसके शीतल होने को प्रदर्शित करती है।
सार्थक हो जाता है!मेरा श्रृंगार करना ,
जब तुम अपने अडिग नेत्रों से
निहार कर मेरी श्लाघा करते हो?
आगमन तुम्हारा,मेरे जीवन की
सूनी परिपाटी पर
"कैक्टस" को "कल्पवृक्ष"
के साम्य बना देता है।-
यूँ तो हर दिन पूजना आपको मेरा काम है
लेकिन सावन का पवित्र महिना महादेव आपके नाम है...☘️🍀🙏🙏-