जितने हरामखोर थे कुर्बो-जवार में,
परधान बन के आ गए अगली कतार में-
जन गण मन अधिनायक होइगा
गुण्डा रहै, विधायक होइगा
पढ़े–लिखे करमन का रोवैं
बिना पढ़ा सब लायक होइगा-
SushilQuote ✍️
सारे बुरे ऐब बचता हूं घमंड से ,
मैं बैठा गवार किसी अक्लमंद से।-
आज लगातार तीसरी बार हमारे चाचा
सुरेंद्र कुमार मौर्या जी 366 vote se
विजय प्राप्त की🙏🙏🙏❤️-
फिलहाल तो यूं हैं कुछ कर नहीं सकते
उम्र अपनी कम है चुनाव लड़ नहीं सकते-
आज ग्राम प्रधान जी हमारे द्वार पे आए है,
सफेद कुर्ता सर पर गमछा बाँध आए है,
कुछ वादो तो कुछ ईरादो के साथ आए है,
लोंगो के आशीर्वाद या वोट के चाह मे आए है,
हाथ जोड़ अपने विनम्र भाव से आए है।
आज हमारे परिवार का हाल जानने आए है
शायद कुछ लालच दे कर कुछ पाने कि चाह मे आए है,
यूँ तो हर बार हमे ही जाना होता हैंं उनके द्वार पर अपनी फरमाइश को ले कर,
फिलहाल तो ग्राम प्रधान जी आए है।-
रेड़ियो धर्मिता
विकिरण पिता
सुनाओ ! तात
मन की बात
बधिर बुधिया
बेवा बुढ़िया
सूखीं कामरी
सी हुई जनता
तुम्हें फर्क पड़ता
हमार अन्नदाता,,,
...ब्रजेश
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मैं ज़मीं तू आस्मां मैं दाग़ हूँ तू चाँद सा तू बारिश है मैं रेत हूँ मैं धुन कोई तू राग सा ।।
प्रधान-
तू राम मेरा घनश्याम मेरा
तू भक्तप्रिय हनुमान मेरा
तू कर्ता कर्म प्रधान मेरा
तुझसे चलता है नाम मेरा
तू साँस मेरी तू प्राण मेरा
तू जीवन का निर्वाण मेरा
तू चित मेरा तू ध्यान मेरा
तू भोर मेरा तू शाम मेरा
तू राम मेरा घनश्याम मेरा
तू भक्तप्रिय हनुमान मेरा-