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पक्षी है मेरे घर में ये पड़ोसी को भी नहीं था पता
आज मैं घर में हूँ पूरे जहान को है ख़बर-
'परिंदे'
परिंदे पर से नहीं अपनी ख़्वाहिशों से उड़ते जाते हैं।
लाख आती हैं मुश्किलें वो रास्ता तय करते जाते हैं।1।
हार के मुख से जीत निकाल बाज़ीगर कहलाते हैं।
तिनका-तिनका जोड़ अपना सबल नीड बनाते हैं।2।
लोग कहते है उन्हें सबसे कमजोर किंतु अपनी मानसिक
सुदृढ़ता से असंभव को भी वो संभव कर जाते हैं।3।
निर्बल होकर भी वो परिंदे बल की पराकाष्ठा दिखाते हैं।
हम जैसे विकसित जीव को जीवन जीना सिखलाते हौ।4।
हवा में बीच में ख़ुद को रोक कर मंजिल के पार जाते हैं।
ये परिंदे हमें जीवन का 'अभि' सही मोल समझाते हैं।5।
जल की महत्वता कोई इनसे पूछे, ये सर्वदा जल बचाते हैं।
व्यर्थ न करते कभी जल ये जल को सुरक्षित कर जाते हैं।6।-
प्यासे पक्षी तरस रहे हैं, शीत जल की तलाश में
भटक रहे हैं कोने-कोने, बुझाने अपनी प्यास वे!!
गर्मी से बेहाल हैं वो, थके हारे निराश हैं वो
भटक रहे हैं कोने-कोने, बुझाने अपनी प्यास वो!!
मानव का कर्तव्य है ये, प्यासा ना उनको रहने दे
झुलसाने वाली गर्मी में, शीत जल अर्पित करें!!
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🍃निसर्ग संपदा🍃
चाहूल लागली उंच भरारीची
मज फुलपाखरू होऊनी उडू दे....
गंधले मन प्रेमाच्या सुगंधापरी
मज गुलाब होऊनी फुलू दे.....
ओढ लागली नव स्वातंत्र्याची
मज पक्षी होऊनी सैर भैर फिरू दे....
रंगले अंतरंग सप्तरंगी रंगात
मज नभी इंद्रधनू होऊनी रंगू दे.....
अवनीवरती गीत मधुर ऐकू येती
मज मोर पिसारा फुलवूनी थिरकू दे....
निसर्ग आनंदाच्या मनमोहक क्षणी
मज पाऊस होऊनी धो धो बरसू दे.....-
नफरतों का आदी मैं
अपनाता कोई नहीं..
वक्त वक्त कीं बात है
मेरें बगैर मुक्ती नहीं..
😂😂😜-
दूर-सुदूर से आते हर प्रहर
मुक्त गगन से प्रेम लिए
मौसम की थापट की अनिवार्यता
मैं एक अनुकूल परिंदा हूँ।-
अरे आशियाना तो वह,पतझड़ में ही बनाती हैं
और तुम सावन का इंतजार करते हो।-