मुमकिन है या नहीं
समझ नही आ रहा है
उसे भूलाने की कोशिश में भी
उसी का नाम याद आ रहा है...-
17 FEB 2020 AT 20:59
28 DEC 2020 AT 17:19
कर लूं शामिल तुम्हें भी अपनी चाहत में
और हो जाऊं बर्बाद बस तुम्हारी सोहबत में
क्या सोच रहे हो ये होगा कभी मुमकिन तुम्हारे ख्वाबों में.....!-
21 JUL 2017 AT 12:29
नामुमकिन है
मेरे इरादों को बदलना
कोशिश तो कर
तू खुद ही बदल जाएगा-
5 OCT 2019 AT 17:03
हर वक्त कुछ लिखना नामुमकिन सा हो गया है।
मेरे आँख का आँसू फिर नमकीन सा हो गया है।-
14 SEP 2019 AT 15:14
आँखों के अश्क के अंदर का शोला हूं
कभी इश्क़ के आग का मैं तपता गोला हूं
एक खयाल हूं शरारती मैं, बेबाक ओ बदतमीज़ भी
ज़हानत की ताबीर नहीं, मोहब्बत का ज़लज़ला हूं-
8 JUL 2020 AT 13:16
नामुमकिन मोहब्बत को मुमकिन करने चला हूं
तू दे दे मेरा साथ तुझे बेहद चाहने लगा हूं।-
2 JUL 2020 AT 21:37
तुम्हे अपने आप पर ही यकीन नहीं है,
अन्यथा यहां कोई भी कार्य नामुमकिन नहीं है।।-
14 MAR 2020 AT 12:52
जब पता है कि 'मुकम्मल' होना 'नामुमकिन' है..
फिर ये दिल उसी रिश्तें की 'ख्वाहिश' क्यों करता है ?-