आशा की अंतिम चुस्की और
परिवर्तन की पहली गुदगुदी
दिसंबर है-
दिसंबर जाने वाला है,
जनवरी बड़ा तड़पनेवाला है।
फरवरी ने तो मुँह मोड़ा है कुछ ऐसे,
मार्च को अकेले में ये बताऊँ मैं कैसे।
अप्रैल ने मेरी यादों को सजाए रखा है,
मई में जो तेरे साथ कभी बिताया हुआ हैं।
जून ने तपिश को बढ़ाया है कुछ ऐसे,
जुलाई तक अश्कों को संभालू मैं कैसे।
अगस्त ने फरेबी का नक़ाब हटाया है कुछ ऐसे,
सिंतबर ने नए चेहरों से रूबरू कराया है हमें।
अक्टूबर ने अटकी साँसों को फिर हँसना सिखया है,
नवंबर आते आते एक अजनबी पर मेरा दिल आया है।-
लिखने हैं सतरंगी सपने
इंद्रधनुष की कलम बनाकर
कवर पेज पर होगी एक तितली
उमंग और यौवन का रंग लिए
एक हाशिये के ऊपर रखूंगी सूरज
चाँद का बुकमार्क बना लूँगी,
सफेद कोहरे में लिपटा
रह जायेगा अम्बर
तब तुम भी मेरे जैसे बन जाओगे
प्यारे दिसम्बर !
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मयस्सर डोर से फिर एक मोती झड़ रहा है,
तारीख़ों के जीने से दिसम्बर उतर रहा है!
कुछ चेहरे घटे, चंद यादें, जुड़ी गए वक़्त में,
उम्र का पंछी नित दूर और दूर उड़ रहा है!
गुनगुनी धूप और ठिठुरी रातें जाड़ों की,
गुज़रे लम्हों पर झीना-झीना पर्दा गिर रहा है!
ज़ायका लिया नहीं और फिसल रही ज़िन्दगी,
आसमां समेटता वक़्त, बादल बन उड़ रहा है!
.....फिर एक ओर दिसम्बर गुज़र रहा है-
काश अपने साथ इस ज़िन्दगी की उदासी ले जाए,
सुख भले ही न हो, मगर ये दुख अपने साथ ले जाए,
नई साल की नई सुबह, काश रोशनी की चादर फैलाए...-
December month is very Lucky for me because this is my birthday month. So December a big welcome to you.🎂🎂🎂🍰🍰🍰🥧🥧🥧🍪🍪🍪🍩🍩🍩🍨🍫🍫🍫
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जिससे कभी दूर भागते थे जेठ की दोपहरी में
आज कमबख़्त ये उस संग यारियां निभा रहे हैं।-
गर्म चाय का कप रख कर
नर्म हाथों से जो हाथ थाम लिया था तुमने
पूरा दिसंबर उसी गर्माहट से काटता हूँ।-