" नाम में क्या रखा हैं ?
यह मेरे लिए सिर्फ एक सवाल नहीं
बल्कि मेरी दुनियाँ को
तहस-नहस करने वाला
खुद सवाल में ही जवाब था |
कि नाम में " प्यार और दर्द "
दोनों का साथ - एक साथ रखा हैं ,
जैसे राधा-कृष्ण की जोड़ी को
उनके नाम ने उन्हें
आज भी एक-दूजे का ना होकर
उनकों प्यार के बँधन में एक साथ बाँधे रखा हैं |
-
कहते हैं
जोड़ियाँ उपरवाला बनाता है
तो उन्हें आपस में मिलाने में
इतना वक्त क्यों लगाता है-
आपसे एक सवाल है,,
क्यों मेरे बिना आपका दिल बेहाल है ,,
अगर है कोई ऐसी बात तो बता दो ,,,
हम दोनों की जोड़ी बेमिसाल है ।।-
दूर गगन से दो सितारे उतरे थे ज़मीं पे
दुनिया के मेले में रखे कदम डरते-डरते
रखते ही कदम उनकी आँखें हुईं चार
'नयन' में मन,'मन' में नयन लगे समाने
मन से मन का बँधन हुआ खूब निराला
और वो बँध गये साथ फेरों के बंधन में
नयनाभिराम जोड़ी खूब समाई आँखों में
देखते ही जिन्हें, लगे सब नज़र उतारने
'विधि' और 'आदित्य' से हुआ संसार पूरा
दिन-ब-दिन बंधन और मजबूत होता जाए-
जोड़ी बनाने की जद्दोजहद,
और प्यार की सच्चाई
कभी जुगनू से समझो ।
किसी को पाने के खातिर रौशनी को भी नचा लेता है ।-
एक कड़ी तो जोड़ी होती।
पूरी आस न तोड़ी होती।।
मिलने पे अच्छा सा लगता।
कुछ गुंजाइश छोड़ी होती।।
-
श्याम की अनुपम छवि निराली
जादूभरी मुस्कान कटीली
बाँसुरी सुरीली मन ले मोहे
राधेकृष्ण की जोड़ी निराली
(राधे राधेsssss)-
तुम मैं बिना जोड़
के जोड़ है..
इसलिए बेजोड़ है..
विवाह गणित है..
जोड़ी बनाने का..
ना कि बेजोड़ !!-
उसने कहा था हमारी जोड़ी सबसे खूबसूरत हैं
तो मुझे पूछना हैं वो खूबसूरती कहाँ गायब कर दिया आपने ?-
सोच बृहद हो तो ही सोचो, छोटी सोच नहीं रखते
अडिग हिमालय सी हिम्मत ले, मन मे लोच नहीं रखते
जिसकी कोई पार न पाया, उसको पाया है जिसने
वही सदा "उत्कर्ष" जगत में, वे भी कोच नहीं रखते-