दूर 'जमाई' फूल बराबर,
गाँव 'जमाई' आधा..
घर 'जमाई' गधे बराबर,
जब मर्जी तब लादा ।
😛😃-
सदा क्रूरः सदा वक्रः सदा कन्याराशिस्थितः।
सदा पूजामपेक्षते जामाता दशमो ग्रह ।।
अर्थ :- जो हमेशा क्रूर (घातकी) है, जो हमेशा वक्र ही रहता है, कन्या नामक राशि को अपने साथ रखनेवाला , जो सदा ही पूजा कि अपेक्षा रखता है, वह जमाई दसवां ग्रह है ।-
ये जाती हुई ठण्ड फिर से लौट आई है
कहती है इस बार तुझसे दिल्लगी हो आई है,
पर आया नहीं वक़्त अभी हमारे बिछड़ने का
अब ख़ातिर करो हमारी कुछ दिन जो तेरे जमाई हैं....😜😂😂-
तुम्हें देखकर मन में बजने लगता हैं शहनाई...
माँ से पूछना क्या मैं बन सकता हूँ उनका जमाई...-
सुख-दुख में साथ देने वालों का भाई हूँ,
जो मेरी तरक्की से जले उनका तो जमाई हूँ ....-
जमाई जी होते है ससुराल के सरताज,
उनके हाथों में दिया जाता है
अपनी बिटिया का हाथ।
कहने को तो जमाई जी पावणा है,
किन्तु उन्हें लाड-प्यार मिलता है बेटे से बढ़कर,
उनके पधारने से घर की खुशियाँ
चढ़ती है अपने परवान पर।-
जिंदगी का सफर बहुत लम्बा हैं
एक हम राहई बना लो..
अगर मैं पसंद हूँ तुम्हें
तो अपनी माँ का जमाई बना लो....-
सुबह की ठंडी पुरवाई
शाम की गीली सुराही
गुलाब की पंखुड़ी से लब
और संदल से रंग की कलाई
सुंदर दिखती हो तुम
काम की न कोई ढिलाई
हर दिन पहले सफाई
चारो ओर से आती सुगंध
और मुस्काती तुम्हारी अंगड़ाई
मेहनत करती हो तुम
सोची हमेशा दूसरों की भलाई
खुद से हर चीज़ हमको सिखाई
सुनाते गए लोग तुम्हे
फिर भी कभी नज़र नही हटाई
और निगरानी जमाई
हमारी माँ हो तुम-
मुझे अवांरा समझते हैं तेरे गली के लोग ।
तू उन्हें बता क्यूं नहीं देती , उनका जमाई हूं मैं ।।-