तुम मंडराओ भँवरो की तहर
हम छेड़ने नहीं देगें।
सुनो ये दिल फूल है हमारा
हम तोड़ने नहीं देगें।।
मोहब्बत सिखाकर तुम चले
जाओगे मुझे छोड़कर।
सोचना भी मत इश्क़ किया है तो
छोड़ने भी नहीं देगें।।-
छोड़ देगा कोई, किसी के छोड़ने का अब डर नहीं,
सुबह अपनी रात से बिछड़ती है, जग का सच यही।-
वैसे तो पूरी दुनिया को छोड़ने का हुन्नर रखती हूँ,
पर तुझसे दूर जाने की बात मुझे कमज़ोर बना देती है।-
लेकर आँखों में नमी शब्द में कड़वाहट
मुझसे हर रिश्ता तोड़ने आया था वो।
गली के उसी नुक्कड पर खड़ी हूँ मैं
जहाँ आखरी दफा छोड़ने आया था वो।
उसकी आँखें मेरी होकर बह रहा थी
शब्द स्वार्थी हो रहे थे उसकी तरह
हर पल सन्नाटा गहराया था दरमियान
मौन रहकर खुद से ही लड़ने आया था वो।
इश्क की बाजी दाव पर हम दोनों थे
ना हारना मंजूर था ना उसको हराना
महफिल से उठकर हम बचा लाऐ उन्हें
हार कर हमको जीतने आया था वो।-
ये आदते भी कितनी अजीब हैं ना दोस्तों
लग तो आसानी जाती हैं
और छोड़ने की भी सोचो तो जान ले जाती हैं-
"त्याग" के बिना कुछ भी "पाना",,
संभव नहीं "क्योंकि सांस" लेने के लिए भी,,
पहले "सांस छोड़नी" पड़ती है..!!
शशांक भारद्वाज...-
हाँ इतना असर तो हुआ है तेरे छोड़ जाने का,
अब खुद को खुद से ही मिलाने को,
खुद ही लड़ना पड़ रहा है मुझे..!!-