अच्छा नहीं फिर भी अच्छा था।
कितना बुरा कहे कोई मगर फिर भी सच्चा था।
क्या हुआ क़ामयाबी नहीं मिली इतनी जल्दी तो,
मजबूती इसलिए नहीं थी क्योंकि तक़दीर का घड़ा अभी कच्चा था।-
चाहा था हर खुशी नसीब हो, हर मंजिल दिल के करीब हो,
वहां ईश्वर भी क्या करता, जहां इंसान खुद बदनसीब हो..-
Milana, bichdvana
Sub kismat ka kia
To dosh kismat ka
Kese nhi hua...-
कैसे भी हालात रहें
प्रश्न पत्र सी है जिंदगी
जस की तस स्वीकार्य
कुछ भी वैकल्पिक नहीं
सभी प्रश्न अनिवार्य
क्यों बदलना है ख़ुद को
किसी को दिखाने के लिए
बदल लो ख़ुद को
मंजिल पाने के लिए
जो चलता रहा
पा लिया उसने मंजिल
जो थक कर बैठ गया
वह आज भी बैठा
अपनी किस्मत को आज भी रो रहा
-
आओ सुनाऊ दास्तान एक और रूहानी,
जिसमें ना है कोई राजा ना ही कोई रानी!!
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किस्मत भी अजीब है
जब तुम्हे चाहा,मेरे हो ना सके
और आज भूलना चाहा तो
तुम अपना बनाने के लिए बेताब हो ।-
सच्चा दोस्त यूं तो नगीना होता है......
पर हमारी किस्मत देखिए..........
हमें अभी तक मिला नहीं...........
Happy Friendship Day To All-
मुझें चाहनें वालें लोगों को,
मैनें गैरों की बाँहों में झूलतें देखा है।-
वो भूल गए हमको
ये उनका अधिकार था .😢
हम कैसे भूल सकते
हमे तो उनसे प्यार था
❤️♥️-