एक वक्त ऐसा भी था ....... जब उनका नाम सुनते ही मुस्कुरा देते थे हम....... और एक वक्त ये भी हैं कि.......... उनका जिक्र होते ही ....हम बात बदल देते है .......
आपको क्या लगता हमे इग्नोर किया जा रहा है और हमे मालूम नही ........... हम खुद सौ लोगो को इग्नोर करके......... एक आपसे बात करने आते है ........ आप जो खेल खेल रहे है ना ........... उसमे हम माहिर है