जीवन का आधार बनाते,
भविष्य में अपनी पूंजी लगाते।
हमको भी खुद से बेहतर बनाकर तब वो अच्छे पापा कहलाते।-
हम क्यों न खुद पर नाज़ करें,
क्यों न ये शुरुआत आज करें।
जमाने की सोहबत से मत सीखो कुछ भी,
मिसाल ऐसी दो कि दुश्मन को भी ऐतराज़ करें।-
मुद्दतें अब रोज सी लगती हैं ,
जरूरतें भी सरफरोश सी लगती हैं।
जिंदगी तेरी किताब में क्या है मेरी अहमियत,
जब भी गिनता हूँ सांसें,वो खामोश सी लगती हैं।-
अब वास्ता नहीं किसी से ,
अब राब्ता नहीं किसी से।
न कोई जरूरत न कोई मंजिल अपनी,
जिंदगी नहीं खुद की पर मरने का भी रास्ता नहीं कहीं से।-
गुल हो या गुलदस्ता,
महंगा या या सस्ता।
सही वक्त और सही जगह,
मिल जाए जब इसको रास्ता।
कर देता है दूरियों को करीब,
बना देता है यह एक अच्छा रिश्ता।-
बेहतर कल की तलाश में,
अपना आज खो रहे हैं हम।
उड़ा कर नींदें और ख़्वाब,
न जाने कब सो रहे हैं हम।
अंजाम कुछ और मिलता है कल का,
खोकर अपना आज क्यों रो रहे हैं हम??-
हर आज में मैंने कल को डुबो दिया,
ऐ–जिंदगी तूने ये कैसा बीज बो दिया।
कभी किस्मत तो कभी कुदरत का सितम रहा,
मैंने अपना कमा कमाया सब कुछ तो खो दिया।-
बहुत कुछ कह जाते हैं ये लब।
पता सबको होता है अंज़ाम का,
जानबूझकर छिपाते हैं फिर भी सब।
आंखों की चमक जब हो जाती है धुंधली,
सपने गायब हो जाते हैं पता नहीं कब?
आइने दिखने लगे हैं हकीकत नज़र आने लगी है,
नासमझ समझते थे जो हमको पर रहे नहीं हम अब।
-
मेरी जिंदगी का ख़्वाब,
मेरी नींद सा सुकून हो तुम।
तुम हो मेरी आखिरी तमन्ना,
मेरे जीने का जुनून हो तुम।-