कितनी आजादी से...
हम अपनी हदों में कैद है...!!!-
सुनो! जो मुझे अपना बनाना है न तो मुझे खुला छोड़ देना मैं उड़ कर कहीं नही जाऊँगा..
जो तुम मुझे बांधकर रखोगे न तो न मैं तुम्हारा हो पाऊँगा और न ही अपना रह पाऊँगा...-
😍
दुश्मन की गोलियों
का सामना हम
करेंगे आजाद है,
आजाद ही रहेंगे
चंद्रशेखर आजाद जी
की जयंती पर उनको
शत शत नमन 🙏💐-
बदन से सिसकती रूह को आजाद कर दिया।
ले अब कोई मातम ना होगा ...
उसकी कहानी मे मैने अपना किरदार ही खत्म कर दिया।
मुकदस इश्क अब रूसवा ना होगा....
वो समझा ही नही सारा फसाद उससे रकीबो के लिए था ।
हो अज़ाब मे या अफ़सुर्दा दिल अब उसे सदा ना देगा...-
कैद कर के तुम, जला रहे हो मुझे,..
आजाद मैं शायद, तुम्हें अच्छी आंच देती।-
"भारत की फ़ज़ाओं को सदा याद रहूँगा
आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा"
भारतीय स्वातंत्र्य समर के वीर शिरोमणि माँ भारती के सच्चे सपूत ,महान क्रांतिकारी श्री चंद्रशेखर तिवारी "आजाद" जी को उनकी पुण्य तिथि पर सादर नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि ।-
छंद और पिंगल की क़ैदों से जैसे,आजाद हैं कल्पनाऐं मेरी
कुछ ऐसा ही अबकि ,मैं मेरा किरदार चाहती हूँ !!!!!-