छोड़ो मूंगा, मोती, महंगे दाम की अंगूठी,
मुझको दिला दो पी के नाम की अंगूठी।-
तू युंँ छोड़ गयीं मुझकों मैं रह गया अकेला,
जैसे उंगली से बिछड़ा ये चाँदी का छल्ला।-
18 अक्टूबर 2023
प्रिय धानी,
जब जब मैं कमजोर होने लगता हूँ बस अपनी अनामिका की ओर देखता हूँ, क्योंकि वह दिन रात मुझे तुमसे मिलने की उम्मीद दिलाती है। तुम शायद भूल जाओगे लेकिन मुझे याद है, तुम्हारा वादा...अपने नाम की एक अंगूठी देने का। मैं हमेशा उसको अपने इतने करीब रखूँगा की बस आँख बंद करते ही तुमसे रूबरू हो जाऊँ। तुम मेरी उँगली हमेशा ध्यान में रखना और जब कभी आना मेरे लिए बस अंगुठी ले आना और उसको अनामिका में पहना देना। सुनो ना जब कोई नहीं देखेगा तब तुम बिना पूछे अंगूठी के साथ साथ आहिस्ता-आहिस्ता मेरी रूह में मिल जाना। वैसे तुम कब तक मुझसे दूर रहोगी ..? और कब तक मेरी अनामिका खाली रहेगी ..?
...PikU...-
अंगूठी उसने तोड़ कर......
दिल भी मेरा तोड़ दिया.......😢
और कहती है....!!!
जा जा
आज से मैने तुझे छोड़ दिया........😢-
मेरा अफसाना बस इतना सा है
मोहब्बत की अंगूठी में नगीना से है ।
जिंदगी में हमारी ये चमकता सा है
हम दोनों से बहुत जुड़ा हुआ सा है ।-
तुमने जो पहना दी मुझे
अंगूठी अपने प्रेम की,
दे दिया नाम तुमने
आज मेरी अनामिका को।-
अंगूठियाँ बना देती हैं उंगलियों में निशान जैसे,
वैसे ही रह गया है हृदय में मेरे, तुम्हारे प्रेम का निशान।-