अक्सर खाली हाथ ही लौटा हूं,
तेरे दर से ऐ खुदा,
पहले हैसियत न थी ,
अब ख्वाहिश न रही।-
19 APR 2018 AT 14:57
8 JUL 2020 AT 21:11
लापरवाह हंसी हेसियत की मोहताज नहीं होती ... इसीलिए शायद वो -
हैसियत वालों के पास नहीं दिखती !!!!-
17 MAY 2018 AT 23:17
रोक लेते है, हम अपने कदम, तेरी ओर बढ़ाने से,
लब थरथरा जाते है हमारे, अपनी दिल की बात बताने से।
जानते है, हैसियत नहीं तुम्हें पाने की, मगर!
नाचीज़ दिल हमारा,मानता ही नहीं बात,तुम्हें भूल पाने की।।-
18 JUL 2019 AT 18:57
वो शख़्स से शख़्सियत बनकर
सारे जहां में मशहूर होते गए
हम अपनी हैसियत को समझकर
धीरे-धीरे उनसे दूर होते गए-
21 SEP 2020 AT 22:46
तुमसे भला कौन, अब दिल से मिलने आता है।
जो भी आता है तेरी हैसियत से मिलके जाता है।-
16 SEP 2019 AT 7:36
जब मैं बेघर हो जाऊँ मेरा मजाक न बनाना - मेरी हैसियत से ज्यादा मुझमें हौंशला है।
(हौंशला)-