2122/2122/212
"एक सूरत एक सी तस्वीर है"
यानी दोनों ही तरफ़ कश्मीर है
इक गयी तो दूसरी हाज़िर हुई
आपकी कितनी सही तक़दीर है
जंग अपनी हिज्र से कैसे लड़ूँ
आँख में आँसू है दिल में तीर है
भागने वाले खज़ाना ले गए
इसलिए भी घर में सब दिलगीर हैं
कौन सा दफ़्तर है कैसे लोग हैं
हाथ पर घड़ियाँ नही ज़ंजीर है
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**Crush 💓**
*Chocolate 💓*
**Shayari 💓**
ज़िन्दगी को बेतरतीब में जीने का शौक रख... read more
तेरे इंतेज़ार के लम्हें कितने लंबे हो गए
घर के बाहर रुके और लाइट के खंबे हो गए
तू ही बता तुझसे किस तरह गले मिल पाऊँगा मैं
तुझ से हाथ मिलाने से हाथ मेरे ठंडे हो गए
कोशिश करने से रिश्तों को बदला जा सकता है
पहले हम उसके दोस्त थे अब उसके बंदे हो गए
इस हालत में हमें देख लिया तो क्या बोलेंगे लोग
देखो इन बेशर्मों को मुहब्बत में अंधे हो गए
ऋषि हमारे गाँव में ऐसा क्या है जो बदला है
रस्ते में इक दो थे अब दस बारह गड्ढे हो गए
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तेरे इंतेज़ार के लम्हें कितने लंबे हो गए
घर के बाहर रुके और लाइट के खंबे हो गए-
122 122 122 122
वो ग़म में है उसके ग़मों को भगा दो
यही वक़्त है उसको अपना बना लो
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तुम ख़ुद को ना समझो जीरो
लोग बतायेंगे तुम्हारा इंट्रो
बस अपनी ख़ूबी पहचानो
फिर बन जाओगे सुपर हीरो
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गाँव रात के रंग में ढल रहे थे
शहर में सड़कभर दिए जल रहे थे
उस से हम सँभाले नहीं जा रहे थे
जिसको हम पूरी उम्र संभल रहे थे
उन परिंदो से मिलने जंगल गए थे
जो परिंदे आँखों से ओझल रहे थे
आज उनकी आँखें बयाँ कर रही है
वो किसी के तो कैद में कल रहे थे
ऋषिओं का अंतिम ठिकाना क्या होगा
जिस तरफ भी मंदिर दिखा चल रहे थे
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मतला मक़्ता ये सब लिखना हो तो कुछ दस्तूर है
ये जिसको जितने मालूम है वो उतना मशहूर है
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मन ही मन कुछ बातें मानी होती है
फिर ये आँखे पानी पानी होती है
कितना भी समझाओ पर वो न समझेगी
लड़किया मुहब्बत में दिवानी होती है
जिसकी दिनभर बातें सुननी होती है
राजा को प्यारी वो रानी होती है
उस की हर बात मिरे ज़ेहन में रहती है
इस बात से उस को हैरानी होती है
शहर में रहनेवालों को मालूम नहीं
झील किनारे शाम सुहानी होती है-
22 22 22 22 22 2
मन ही मन कुछ बातें मानी होती है
फिर ये आँखे पानी पानी होती है-