कुर्ते पजामे पाट के , घात कति काले हो लिए ,
कर कर संशोधन बिला में , इस टैम घणै चालै हो लिये ।
मंडी बंद करण की बात अर फसलों के रेट कंपनी के हाथों में हो लिए ,
किसान खड़े लखावे कर्जे के मुंह में बहुत बड़े हो लिए ।
बैल बुग्गी छुटगी , बैंकों त लोन लेकर किसान दिवाले हो लिए,
सरकार इभी कोनी मान्दी , हालात बहुत घणै माड़ै हो लिए ।
कानून जो बदले सरकार ने , किसानों के अरमान मसलने वाले हो लिए ,
पेट की भूख , बालकां की पढ़ाई और ढूंढ के सपने चकनाचूर हो लिए ।
कुर्ते पजामे पाट के , घात कति काले हो लिए ,
कर कर संशोधन बिला में , इस टैम घणै चालै हो लिये ।-
कल वोट लेते हुए हाथ जोड़े थे,
आज डंडे बरसाते शर्म नही आयी।
जिनके घर घर जाकर सिर झुकाया था,
आज सड़क पे भगाते शर्म नही आई।।
वो हक के लिए क्या बोल पड़ा,
सरकार से कहां सहन हुआ।
किया था परदेश की भलाई का वादा,
वो कर्तव्य कहां सरकार से वहन हुआ।।-
रूह काँप जाती है जिस मंज़र को देख कर
तुम्हे उसे सच कर जाने में डर नहीं लगा।
शायद तुम्हारा अपना नहीं होगा कोई
इसीलिए शांत फ़िज़ा को जलजला बनाने में वक़्त नहीं लगा।
भगवान का दूत कहते हो अपने आप को
भगवान की बनाई दुनिया को हिलाने में डर नहीं लगा।
न्याय पर तो भरोसा आज और बढ़ गया हमारा
क्या अब भी तुम्हें गलत कर जाने का दण्ड नहीं लगा।-
Watsapp पै Status डालण का मजा बी जबै आवे सै
जब वो Targeted माणस तांहि पौन्च जावे सै😂-
जानें कितनी नारियों का हत्यारा यही है भोपाल भांडा
राजनीति भी क्या खेल है मारा मारा फिर रहा है गांडा
कभी सांग्रेस से निष्कासित हुआ था श्वान-नीच रवांडा
आज ट्विटर वार के बाद से लोदी ने भी भगाया डांडा-