मनाये अगर दिल से तो मनाने दो उसे
अपना दुखा हुआ दिल दिखाने दो उसे
तुमसे प्यार किया उसकी गलती नहीं है
थोड़ा तो तुम अब ख़ुद को रुलाने दो उसे
तक़लीफ़ में है अब तभी सिसक रही है वो
तुम ज़रा अपने अरमान भी जगाने दो उसे
तुम तो पत्थर हो और वो मोम की गुड़िया
प्यार ना करने के तुम सौ बहाने दो उसे
अगर इश़्क तुमने भी किया था तो मना लो
अपनी मोहब्बत के तुम सिरहाने दो उसे
जो कहना है हमसे कहो करीब आकर
आवाज़ निकालने के अब पैमाने दो उसे
वो नादान है भटक जायेगी कहीं "आरिफ़"
पास रहो और अपने दिल में समाने दो उसे
"कोरे काग़ज़" पर लिखा ख़त है उसके पास
अपने आँसुओं से तुम अब भिगाने दो उसे-
इतना भी हमसे नाराज मत हुआ करो
इतना भी हमसे नाराज मत हुआ करो
बदकिस्म जरूर है हम मगर बेवफ़ा नही
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हमसे ना कट सकेगा अंधेरो का ये सफर
अब शाम हो रही हे मेरा हाथ थाम लो-
हमसे खेलती रही दुनिया
ताश के पतों की तरह
जो जीता उसने भी फेंका
जो हारा उसने भी फेंका-
हमसे खेलती रही दुनिया,
ताश के पत्तों की तरह..!
जो जीता उसने भी फेंका,
जो हारा उसने भी फेंका..!!-
हमसे तू मोहब्बत करे ये तेरी जरूरत ना सही...💔
मगर हम तुसझे मोहब्बत करे ये हमारी हसरत जरूर है...❤️-
जहर का प्याला
इश्क़ है साला
जिसने भी पिया
अपने वक्त को है मारा
ज़िन्दगी एक है
मौका भी एक ही
समझ लो यारा
इश्क़ का मारा
उठता नहीं है दूबारा
प्रमाण कितने हैं
नजरें जरा धुमाना
बेरोजगारों की भीड़ में
90% है बेचारा
स्वयं पर प्यार
क्यों जगता नहीं तुम्हारा
कमोबेस सबका
यही हाल है आज का
अंतिम विकल्प तुम्हारा
इश्क़ में सुकून कहाँ?
सुकून में इश्क़ कहाँ?
समझना काम है तुम्हारा-
जैसे लफ़्ज़ों से मिसरे, मिसरों से शेर, और शेरों से बनती ग़ज़ल,
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वैसे
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तुझसे मैं, हमसे ये ज़िन्दगी, और ज़िन्दगी में खुशियों का कमल!-