QUOTES ON #सांवरिया_सेठजी

#सांवरिया_सेठजी quotes

Trending | Latest
21 SEP 2018 AT 1:06

भगत रे वश में है भगवाण
जदे याद करो जठे याद करो
आवे है छोड़ आपणी पहचाण..
भगत रे....

शबरी रा बेर
राम जी री लेर
समझयो ही कोइनी
कीना दिन लिदा फेर
आपां तो भगवाण री जय करां
भगवाण करे भगतां रो बखाण..भगत रे*

जाटनी री खिचड़ी
खाई थी श्याम धणी
दिख्या ही कोइनी
साधुओं ने संता ने
वातां तो ज्यादा करे सत्संग री
और जाटनी रा बण न आया मेजबाण.भगत रे*


-


20 SEP 2018 AT 23:28

महल दिखे ना झोपड़ी
टीब दिखे ना बाग़
मन मिन्दर म जो कोई ध‍यावे
वो ही मने खुद सागे पाव
मुरत कोणी सूरत कोणी
बस हीवड़े म नाम बसयो
ना कोई सेवा नेम सू चावे
ना कोई भोग छतीसो चावे
बस भाव को भुखो है
म्हारो सवरीयो♥️

-


10 JUN 2019 AT 22:11

जानना था मुझे, वो राज खोला है,
तुमने सुना सांवरिया सेठ बोला है।
#सांवरिया_सेठ_मंदिर
#मंडफिया_चित्तौड़

-


9 SEP 2019 AT 9:21

भादों मास की ग्यारस नै जलझूलनी एकादशी
होय है, बरत पूजा कर्यो जाव है,आज कै दिन
विष्णु भगवान, वामन भगवान की पूजा होय है,
जलझूलनी एकादशी नै घणा नामां से पूजा होय है,
पद्मा एकादशी,पार्श्र्व एकादशी,परिवर्तिनी-
एकादशी,वामन एकादशी,डोल ग्यारस,जयंती-
एकादशी, जलझूलनी ग्यारस कहवैं हैं, आज रै
दिन हरमंदिर सै कृष्ण जी डोली मैं सजकर आवै
हैं अरु भक्तां नै दरश देवै हैं,पास कै पोखर या नदी
किनारे इनकी पूजा होय है..
आप सभी नै जलझूलनी एकादशी की घणी-घणी

शुभकामना जी---💐💐💐🙏🙏💐💐💐

-


20 JUL 2019 AT 22:27

सेठ सांवरे एक दफा तेरी दीद हो जाएं,
आंखो में सजा लूं और मुकम्मल नींद हो जाएं।

-


12 SEP 2020 AT 13:11

मेरी शख्सियत को चुन चुन कर समेट लेने वाले,
मुझे अपनी तू पनाह दे तो अच्छा है।
मर मिटे हैं सांस सांस कतरा कतरा तुम पर हम,
खुद में अपने तू जगह दे तो अच्छा है।

-


12 AUG 2020 AT 16:41

पतझड़ सी ज़िन्दगी के ख़ुशरंग बहार को,
जन्मदिन मुबारक हो सांवरे सरकार को।

-


30 JUL 2019 AT 22:16

सर पे तेरा हाथ रहे,
दीदार हो हर सहर में,
तेरे साए ही रहूं मैं,
रहूं किसी भी शहर में,
सेठ सांवरे मुझ पर तू,
इतनी कृपा कर देना,
जब भी मेरी रूह निकले,
मैं रहूं तुम्हारे शहर में।

-


4 AUG 2019 AT 6:17

किए हैं बहुत काम मेरे,
साथ मेरा निभाया है,
सेठ सांवरिया ने फिर बुलाया है,
बंदा तेरे दर पे आया है।

-



अटे पत्थर सुं प्रेम करणो पुण्य रो काम हैं,
और मिनका सुं प्रेम करणो पाप
क्युकि पत्थर कदैई किणरो भी विश्वास कोणी तोडे़
और मिनक तो अटे उबा उबा विश्वास तोड़ दे।
पाप और पुण्य कहीं देखण जान री जरूरत कोणीं
आ थाणें इयाही मिल जासी।

-