अपने मन के संग्रहालय में मैंने
सहेज रखा है
तेरे प्रेम अनुभूति के अवशेष सभी... SS-
6 FEB AT 11:22
1 APR 2020 AT 12:18
पैसा कंगाल कर दे तो बर्दाश्त हो जाता हैं..
और अगर रिश्ता कंगाल कर दे तो दिल फोड़े की तरह दुखता हैं।।
#संग्रहित-
20 JAN 2021 AT 9:20
इंसान को डर ना लगना इसमे कोई विरता नहीं पर अपने डर को पेहचान कर, उसपे विजय पाना ही विरता हैं |
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8 JUL 2022 AT 12:26
डोळे मिटले
रंग संपले...
ओठ सिद्ध
शब्द विरघळले...
रंध्रांची दारं बंद
वारा थांबला बहुधा...
कान माघारी
सूर लोपले...
दीर्घ श्वास
घुमतोय अंतरात...
मनाची पाटी
कोरी...कोरी...
क्षीण क्षीण
आत्म्याची दोरी...
राया... कुठे आहात...??
कोण राया... कोण राया...??
मीच राया... मीच राया...!!
©®डॉ. नयनचंद्र सरस्वते-
10 JUL 2022 AT 8:54
आपल्या वर्तवणुकीला इतके झिजवा,
की तुमच्या कृतींचा रस जनमानसात पाझरावा ,
मग पहा.....
लोक अपणहूनच तुमचे गोडवे गातात.
Just wait n watch😊😊
©®सुरज सुगंध घाटगे🤘🤘
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