आज आसमाँ कुछ माँग रहा हैं मुझसे..
क्या दे अगर दे दे तुम्हारे बगैर..।-
कभी उँगलियाँ नाचती हैं मोबाइल के स्क्रीन पर..
तो कभी लिख न पाती हैं मानस का 'वीतराग' !!-
हम अस्तित्व और वर्तमान से सबसे ज्यादा बंधे हुये हैं।
इसलिए हमारा न कोई भूत हैं ना भविष्य..-
पहला पेट अशांत होता हैं..उसे शांत करना पड़ेगा।पेट जब शांत हो जाये तब मन अशांत होगा..अब मन को शांत करना पड़ेगा।
और जब मन शांत होता हैं तो अब आत्मा अशांत होता हैं।
जब आत्मा अशांत हो जाये तब अध्यात्म की सुरुवात हैं।तब परमात्मा खोजा जा सकता हैं।।-
जगातील सर्वात भाग्यवान माणूस म्हणजे ज्याच्याकडे अन्नासोबत भूक आहे,
अंथरूणासोबत झोप आहे,
आणि संपत्तीसोबत धर्म आहे..!-
खूबसूरत हो तो तकब्बुर न करो..क्या हैं कि हर शह ने मर जाना हैं..
मेरे ऐबों को छोड़ो इन्हें जाने दो..मैंने मरने से पहले सुधर जाना हैं।।-
"मैत्र: करुण एव च"...(श्री.गीता)
मित्र करुणाप्रधान होना चाहिए।
'मैं' के 'इत्र' की जिसमें बदबू न आये वहीं सच्चा मित्र हैं।।-
अपना जीने का ढ़ंग बदलो..
अपने आसपास के जीवन को सुंदर बनाओ..
सभी को यह महसूस होने दो की तुम्हारे साथ जीना एक तोहफ़ा हैं।।-