यह सोचना निरर्थक है कि
हर कोई हमारी ही बात माने,
हमारे अनुसार ही चले,
हममें ही रुचि ले और हमारी ही सहायता करें।
ये इच्छाएँ गलत भी है और हानिकारक भी।
दूसरों पर भावनात्मक रूप से
आश्रित न होना ही श्रेयस्कर है।-
#गुरु_पूर्णिमा
" #गुरु के रुप में #भगवान का ही #अवतरण समझना #श्रेयस्कर है। सद्गुरु की शरण से बढ़कर कोई पद प्रतिष्ठा नहीं है। जीवन के रहस्यों को सुलझाने का हर कदम गुरु की ओर जाता है। इसलिए, गुरु की पूजा से सभी देवता प्रसन्न होते हैं। गुरु के बिना ज्ञान की पात्रता संभव नहीं। गुरु का सम्मान और उन पर आस्था, विश्वास व निष्ठा के रूप में गुरु दक्षिणा के पुष्प भेंट करना अभीष्ट है। दिशाहीन जीवन को दिशा देने का महानतम उपकार सदा सद्गुरु ही करता है। गुरुपूजा करने वाला शिष्य हर अवसर पर विजेता बनता है। प्रत्येक वाणी प्रतीक बनकर गुरुकृपा के अधीन ज्ञान के अमृतपान का अधिकारी हैं।"-
मिले इस तरह जैसे कभी गिले न थे,
मिले इस तरह जैसे कभी मिले न थे।
भुला दें जो भी दर्द में गुज़रा,
देख ज़रा,
कहीं ये रिश्ता वहीं होगा ठहरा!
चल कुछ नया फ़िर बुनते हैं,
आज एक मुलाकात फिर करते हैं।-
#गुरु_पूर्णिमा
" #गुरु के रुप में #भगवान का ही #अवतरण समझना #श्रेयस्कर है। सद्गुरु की शरण से बढ़कर कोई पद प्रतिष्ठा नहीं है। जीवन के रहस्यों को सुलझाने का हर कदम गुरु की ओर जाता है। इसलिए, गुरु की पूजा से सभी देवता प्रसन्न होते हैं। गुरु के बिना ज्ञान की पात्रता संभव नहीं। गुरु का सम्मान और उन पर आस्था, विश्वास व निष्ठा के रूप में गुरु दक्षिणा के पुष्प भेंट करना अभीष्ट है। दिशाहीन जीवन को दिशा देने का महानतम उपकार सदा सद्गुरु ही करता है। गुरुपूजा करने वाला शिष्य हर अवसर पर विजेता बनता है। प्रत्येक वाणी प्रतीक बनकर गुरुकृपा के अधीन ज्ञान के अमृतपान का अधिकारी हैं।"-
आज एक मुलाकात फिर करते हैं,
जो अधूरा रह गया चल पूरा करते हैं।
तेरे मेरे बीच कुछ तो बाकी होगा?
देख ज़रा,
आज भी तेरे सीने में शायद मेरा ही दिल होगा!
छोड़ दुनिया की बात
चल तेरी मेरी बात फिर करते हैं!
आज एक मुलाकात फिर करते हैं।
-
फ़लक का आफ़ताब ढलने लगा है,
सफ़र तेरे बिन खलने लगा है।
देख ज़रा..
इस राख में दबा कुछ सुलगता होगा!
हवा के एक झोंके के इंतजार में होगा।
चल एक नई कोशिश फिर करते हैं।
चल एक मुलाकात फिर करते हैं।-
कभी-कभी किसी मुद्दे पर isolated (अलग) हो जाना ही श्रेयस्कर है...
सबको सुनो, आकलन करो, Ignore करो! बस..!-