जीता था जिंदगी,जो तेरे लिए हर पल,
जीने की वजह,बेवजह ढूंढ़ रहा है !
चाहता था जो कभी,तुझे हर पल,
ना चाहने की वजह,क्यों बेवजह ढूंढ़ रहा है!
डूबा रहता था जो,तेरे ख्यालों में हर दम,
ना याद करने की वजह,फिर बेवजह ढूंढ रहा है!
मिलता था जो कभी,तेरी गलियों में अक्सर,
ना मिलने की वजह,हर वजह ढूंढ रहा है!
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