कल तक जो लकी थी, आज कील बन गयी
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12 JAN 2022 AT 12:21
अखबारों में.....
के अर्ज़ किया है अख़बारों में,काश! लकी ड्रा कोई ऐसा आता
के जिनमें तुम निकल आते नवाब साहेब !!!!आसू के नाम.....🙆🏻-
1 FEB 2021 AT 11:13
.ना मगरूर बनो ना मजबुर बनो,
.चका चक रहो और लकी जैसे जरूर बनो 😌😌😁😁🤣🤣-