QUOTES ON #यूनिवर्सिटी

#यूनिवर्सिटी quotes

Trending | Latest
17 JUN 2019 AT 19:26

फिर हुआ अवकाश यूनिवर्सिटी में।
हम लौट चले थे बस्ती में।
देकर दिल Compound interest पर,
हम अलग हो गए जबरदस्ती में।

-


19 AUG 2021 AT 13:25

कहेंते हैं ना यादें कभी बड़ी नहीं होती! सिर्फ इन्हीं के साथ हम ठहरा महसूस करते हैं। वैसे तो चलते ही रहते हैं।
कॉलेज आज भी खुले नहीं हैं। विश्वविद्यालय आज भी वीरान ही हैं। जानें कितनों ने अनगिनत सपने सजाए होंगे, यूनिवर्सिटी जायेंगे...दोस्त बनायेंगे, घूमेंगे, लाइब्रेरी, कैंटीन, रैगिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम, सेमेस्टर और रिजल्ट की खलबली, कितना कुछ होता हैं, जिन्होंने जिया हैं इन्हें पता हैं।
पर...दो सालों से सब बदल गया! जो जहां था वहीं ठहर गया!....

पर कोई नहीं...आओ तुम्हें *दिल्ली यूनिवर्सिटी* की सैर घर बैठे कराते हैं!🤗
(अनुशीर्षक में पढ़े)

-


24 OCT 2020 AT 17:19

तुम पूनम की चाँद प्रिये,
मैं अमावस की रात हूँ...
तुम यूनिवर्सिटी की टाॅपर प्रिये,
मैं Backlog में लगता बरसात हूँ...

-



गुरु पूर्वाग्रही होंगे
तो विद्यार्थियों को सिर्फ
विरोधी ही बनाएंगे।

😢लाचार क्यों सरकार😢

-



एक यूनिवर्सिटी केम्पस में
जाली परिचय पत्र लेकर
नकाबपोश उपद्रवी
तो जा सकते हैं।
खुले चेहरे वाले वर्दीधारी
नहीं जा सकते। बस।।

😢शाबबास😢

-


17 DEC 2019 AT 18:32

शांतिपूर्ण प्रदर्शन ही कामयाब होतें है
अपने विरोध में गांधी जी को मत भूलना.. !!

-


14 MAR 2020 AT 18:44

जीवन में जो सबक....
खाली पेट, खाली जेब और बुरा वक़्त...
सिखाता है,
वो कोई स्कूल या यूनिवर्सिटी नही सिखाती।

-


28 MAR 2019 AT 16:05

मैं आज यहाँ यूनिवर्सिटी के कैंपस में बैठा हूँ अपनी पुरानी यादों को याद कर रहा हूँ । वो सामने थिएटर है जहां मैंने सारा - सारा दिन बिताकर " अभनिय " कला में निपुणता हासिल की थी । मुझे याद है युथ फेस्टिवल के दिनों में हर जगह मेरा ही नाम होता था । उस वक़्त यारी दोस्ती का बहुत ग़ुरूर था । फ़िर एक समय आया सब अपने-अपने रास्ते पर चल दिये । चाह कर भी कभी वापस नहीं आये मग़र मैं अक्सर पुरानी राहों से गुज़रता हूँ । तांकि आज के दौर में अपनी हस्ती ना खो दूँ । आइए चाय हो जाये ।

-


19 AUG 2020 AT 21:35

अचानक ईन बालकों को सुनाने ऐसे फैसलो से अच्छा था,तुम नोट मांग लेंदे।
Exam होने जरूरी है, यह कहने से पहले, तुम भी एक बार इनसे इनकी मौत मांग लेंदे।।
अपनी मनमानी दिखाई है यह तो सरकार ने साहिल,
क्या हाल होगा ईन हंसते चेहरो का, कुछ बोलने से पहले तुम भी ईन मासूमों के होंठ मांग लेंदे।।

-


4 DEC 2020 AT 18:25

"वो यूनिवर्सिटी की रौनक
और उसपर से फुवारों की झलक
वो बेबाक यारों की गपशप में
बस एक सकून सा मिलता हैं
इंक्वायरी वाली चाय में"

-