QUOTES ON #यथार्थ

#यथार्थ quotes

Trending | Latest
4 APR 2018 AT 20:10

नमस्ते प्यारे लेखको।

आप की YQ Didi हाज़िर है आज के चैलेंजेस के साथ।

1. चुप्पी तोड़ो....... इस पंक्ति को विस्तार दें।

2. यथार्थ - इस शब्द को शीर्षक अथवा केंद्र में रख कर कविता, लघु कहानी या लेख लिखें।

शुभकामनाएँ।

-


4 APR 2018 AT 19:30



-


23 JUL 2019 AT 23:30

प्रेम में
कल्पनाओं के पर निकल आते हैं
प्रेम में
यथार्थ खो देता है अपना अस्तित्व
प्रेम में
हृदय हो जाता है जब तार तार
प्रेम में
निखर जाता है व्यक्ति का व्यक्तित्व

-


4 MAY 2023 AT 20:51

कविताओं का एक पेड़ था...
हरा-भरा कुछ वास्तविक कुछ कल्पनाओं से भरा,
....जब वो अपने तारुण्य के शिखर पर था तो
अनेक खूबसूरत पंछी रोज़ उसकी पंक्तियों की टहनीयों पे बैठ चहकते...

नादां... कुछ इक्का-दुक्का परिंदों से उड़ने की आस कर बैठा,

अब सदाबहार कौन रहा है यहाँ... हुआ ह्र्दय बंजर... मन की ऋतुएं बदलीं... बने पन्ने मरुस्थल... क़लम स्याह रहित.... अब उड़ जा रे कागा पतझड़ आयी,

कहीं पड़ा था... पहले कोई आदिवासी प्रजाति थी, बो पेड़ो को काटते नहीं थे...
उसे अकेला छोड़ देते थे... क़भी क़भी आके उस पेड़ को घेर कर कुत्सित भाषा का
प्रयोग करते... औऱ कुछ दिनों बाद वो पेड़ धीरे-धीरे अपने आप ही सुख जाता...,

शायद यही जीवन का सत्य है...
लोग नदी को देखकर नहीं... उसके प्रवाह को देख ख़ुश होते हैं...
शायद... साग़र तभी एकांत में बनते हैं!!

-


7 OCT 2019 AT 17:49

मैं उसकी कल्पना हूँ
वो मेरा यथार्थ

-


7 NOV 2018 AT 14:57

शून्य!
"कुछ नहीं" होता है
शून्य!
"में" सब कुछ होता है और
शून्य!
"से" सब कुछ होता है।

-


13 JUN 2021 AT 9:48

यदि हमारी इस प्रेम कहानी में
तुम्हारा किरदार
समुद्र-सा होगा
तो मैं सदैव बनना चाहूंगी
एक नदी.....

जिसका उद्गम स्थल
चाहे जो भी हो
परंतु वह अंततः
तुम में ही
विलीन हो जाएगी.....

और इस‌ प्रकार निस्संदेह
मैं प्रेम में तुम्हारे अंदर
स्वयं को देखने की
कल्पना को
जी लूंगी "यथार्थ" में....!

-


18 DEC 2019 AT 10:54

सूक्ष्म...की विस्तृतता हो!

-


26 MAY 2021 AT 18:32

स्वार्थ से परे यथार्थ
और उस यथार्थ पर
तेरी ख़ामोशी का
ये लिबास ।

-



"प्रेम से ही छला जा सकता है किसी को भी,
वरना शख्सिय़त कमज़ोर किसी कि नही होती!

-