DIL SE DIL KA RISHTAA TANN SE MANN KA SANGAM RASM SE BHASMMH TAK KA SAATH JIVAN KI NAYI SHURUWAAT DO NAKSHATRA RAASHI DO GHRAHO KA MISHRAN AUR GUJRATI ME KAHETE HAI PRABHUTA MA PAG MUKWO (PRABHUTA -BHAGVAAN JAISA PAG MUKWO- SAATH CHALNA) MEANS-RAAM SITA KI TARAAH
इस प्रेम यज्ञ में प्रियतम मैं अंतिम आहुति सी भूली हुयी प्रवंचना एक अनभिज्ञ प्रश्न एक सम्पूर्ण उत्तर बेकल जिज्ञासा अस्तित्व मेरा भाव भंगिमा अंग प्रत्यंचा मेरी वंचना आलम्ब , विश्वास जीवन सरिता में शिव आभास शव का मुझ में निवास स्वाँस प्यास आस समस्त स्वाहा स्वाहा स्वाहा
कदाचित अंतः करण में सतत् एक यज्ञ चलता है समझौते की लकङियों पर भावनाओं की आहुतियों से अग्नि प्रज्वलित की जाती है ख़्वाहिशों का नैवेध पाकर अग्नि अतिशय भङकती हैं संयम और धैर्य के जल से अंततः स्वतः ही शांत हो जाती है फिर फैलती है शांति की सुगंध जो मन मस्तिष्क को नये आयाम देती है
-
Fetching #यज्ञ Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.