राह में यूँ चलते टकरा जाए, उसकी चाल धीमी हो जाए,
फिर पलट के वो देखे तो दिल का धड़कना क्या होता है?
हर तस्वीर वो दिख जाए, हर ख्वाब में बेसबब आ जाये,
जब हिचकी रुके तेरे नाम से तो याद करना क्या होता है?
हर आहट पर वो दौड़ी जाए, मुंडेर से गली को देखा जाए,
उस भीड़ में तलाशे एक चेहरे को तो इंतजार क्या होता है?
सहेली क़ासिद बन आ जाए, उंगली से हथेली पे लिख जाए,
उसके जरिये खत की तहरीर यही तो प्रेमपत्र क्या होता है?
मुझे देख सखियाँ मुस्कुरा जाए, बिन बोले सब कह जाए,
वो कहे..ये तो सिर्फ उनके है,तो मशहूर होना क्या होता है?
रुख्सार पे हया की सुर्खी आ जाये, निगाहें नीचे झुक जाए,
लट संवारने की नाकाम कोशिश तो इकरार क्या होता है?
इक प्यार के नाम से नवाजा जाए, जो मेरे नाम से जुड़ जाए,
पहचान हुई अब इस जिंदगी से तो पुनर्जन्म क्या होता है?
_राज सोनी
मिलते ही दुपट्टा सर पे हो जाए, व्रत चाँद से खोला जाए,
है दुआ में "राज" शामिल तो मन्नत का धागा क्या होता है?-
इश्क़ में मशहूर तो एक दिन मुझे भी होना था !
तुम्हें तमाशा करके और मुझे बदनाम होके !!-
मेरी खामोशी में राज़ कई दफ़न हैं
नासमझ कहते हैं हम बड़े मग़रुर हैं
नसीहत हमें वफ़ा का वो भी देने लगे
जिनकी बेवफ़ाई के चर्चे शहर में मशहूर हैं-
तुम अगर "सुकून" हो "मेरे "
तो जिंदगी "मुकम्मल" है "मेरी" !!
❤💑❤-
मेरे गीत के नज्म को, अगर तेरे नज्मों का, सहारा मिल जाएंगे।
तो फिर देखना, हमारे गीत, औरों से भी ज्यादा, मशहूर हो जाएंगे।।-
तेरी यादों के साए से
अब मैं दूर हो रहा हूं,
लिख कर ख़ुद को ख़ुदा
अब मैं मशहूर हो रहा हूं...-
तेरी यादोँ के नशे मेँ अब चूर हो रहा हूँ,
लिखता हूँ तुम्हेँ और मशहूर हो रहा हूँ..
ख्वाब ख्याल, मोहब्बत, हक़ीक़त, गम और तन्हाई,
ज़रा सी उम्र मेरी किस-किस के साथ गुज़र गयी !!!-
चले जाएंगे बहुत दूर हम
होके मगर मजबूर हम
असंभव है मिलाप हमारा
हैं इतने मगरूर हम
फिक्र न करें तनहा न होंगे
शहर में हैं इतने मशहूर हम
सजा तुम्हारी मंजूर होगी
भले होंगे क्यों न बेकसूर हम-