Kumar Krishna Mohan   (कुमार कृष्णा "मोहन")
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Joined 9 October 2018


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27 FEB 2023 AT 20:25

कितना अजीब है न
इतने पास रह के भी हम दूर हैं
नहीं पता मुझे
तुम मजबूर हो या हम मजबूर हैं
तुम्हें लगता होगा
ये बात उस बात की है, नहीं
अब बात, उस बात पे नहीं
अब बात, प्रेम की है...
प्रेम में होने वाली तड़प की है....

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22 OCT 2022 AT 14:57

तुम कहो तो, चुपचाप मर जाएंगे ।
टूटकर मोतियों सा, बिखर जाएंगे ।
इस मोहब्बत पे तुमको, हो जाए यकीं ।
तेरे खातिर, हर हद से गुज़र जाएंगे ।

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20 JAN 2022 AT 22:26

...एक चुनावी व्यंग्य...
पंचर पहले हो जाएगी (गीत)


नीचे कैप्शन में
👇

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17 JAN 2022 AT 19:12

चाहती मोहन को थी उनकी सभी ही गोपियाँ !
कृष्ण की बस एक ही तो राधिका है जिंदगी !!

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16 DEC 2021 AT 15:35

तू मुझे, इस कदर आज़मा ले ज़रा !
के इक दफ़ा धड़कनों में बसा ले ज़रा !!

तू समुंदर मेरा, मैं हूं साहिल तेरा !
पास आके खुद में मिला ले ज़रा !!

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1 DEC 2021 AT 12:28

सफ़र ए राह का यारों नहीं आसान होता है !
मिले मंजिल उसी को बस जो खुद तूफान होता है !!

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8 JUL 2021 AT 20:41

मौत होगी यक़ीनन सभी की यहाँ !
फिर गुमाँ है कहो तुमको किस बात का !!

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1 JUL 2021 AT 19:09

वो दिन वो पल,
मुझे आज भी याद है
जब तुम
अज़नबी से खास हो गई !

जब से तेरी यादों को,
संजोने क्या लगा
लगता है दिल का तुम,
हर एक एहसास हो गई !

पता नहीं हमारे बीच में,
ऐसा क्या था
जो तुम मेरे दिल के,
इतने पास हो गई !

तुम्हारी देह का,
तो मुझे पता नहीं
पर मेरी देह की,
तुम हर सांस हो गई......!

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6 JUN 2021 AT 21:29

हिम्मत से न हारूंगा मैं !
इक न इक दिन जीतूंगा मैं !
मुश्किल चाहे जो भी आये,
पर पीछे ना भागूंगा मैं !

तूफानों से लड़ जाऊंगा !
पर्वत पे भी चढ़ जाऊंगा !
हौसलों के पंख लिए मैं,
आसमान में उड़ जाऊंगा !

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24 MAY 2021 AT 13:17

तुमसे जिया, तुम पे ही मिटा
मेरी ये साँसे, तुम्हीं तक थी
तू ने भुलाया, जो मुझको ऐसे
ये जिंदगी भी, यहीं तक थी

तेरी , मुझको है कमी
तेरे बिन, है आंखों में नमी
महसूस तुझे, हर पल करता
तेरी यादों में, जीता मरता
अब और सहा, नहीं जाता है
बिन तेरे रहा, नहीं जाता है

इक बार, मैं मिलने आऊंगा
औ मिलकर तुमसे जाऊंगा

जिस ओर चलूँ , जिस ओर मुड़ूँ
बस तेरी ही, आवाज़ सुनूँ
कहता है हरपल, दिल मेरा
मैं प्यार तुझे, दिन-रात करूँ
मेरी जाती हैं, तुम तक राहें
तू चाहे मुझे, या ना चाहे

मैं फिर भी, मिलने आऊंगा
औ मिलकर तुमसे जाऊंगा

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