छोटी सी ओ! बिटिया रानी,
क्यों बहाए, आँखों से पानी,
मान जा ना, माँ तुझे मनाए,
गोदी में लेकर लोरी सुनाए।
हँस दे ज़रा सा राज दुलारी,
ओ बिटिया मेरी प्यारी प्यारी,
आई बतियाने गुड़िया सयानी,
पहनाऊंँ कपड़े हरा या धानी,
जरा गुड़िया के बाल बना दे,
इसको परियों जैसे सजा दे।
मुझे तो कुछ समझ न आनी,
क्यों बनके बैठी तू अनजानी,
देख टैडी भईया तुझे बुलाए,
टाॅफी हाथों में अपने छुपाए।
शैतानी में है तू सबकी नानी,
आती है तुझे बाते बनानी।
पापा आए लेकर खिलौने,
बिन देखे न जाना तू सोने,
अब तो ना कर आनाकानी,
आ सुनादूँ परियों की कहानी।
छोटी सी ओ!बिटिया रानी,,,,
-दीपशिखा
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