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👉Proud To Be An INDIAN 🇮🇳🇮🇳
👉Belong To UTTARAKHAND.
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सुख कहीं बाहर नहीं महसूस करो वो तो अपने ही अंदर है
सुख-शान्ति तबाह हो जाए मन में उठ रहा अगर बवंडर है
मन में है संतोष यदि धन कम हो फिर भी ना होता मलाल
छोटी-छोटी खुशियाँ भी लगती मानो खुशियों का समंदर है-
ज़रा-सी पीड़ा क्या मिली मान लिया ज़िन्दगी हो गई है पराई
ज़िन्दगी ने दुख दिया अगर तो ज़िन्दगी खुशियां भी तो लाई
सुनकर चेतन मन की आवाज़ जब तोड़ी निराशा की बेड़ियाँ
खुल गया द्वारपट निरुद्ध मन का तो ख़ुशी मिलने चली आई-
संभल कर क़दम रखना हर क़दम पर कांटें बिछे हैं अनगिनत
रहनुमा मिलेगा ना कोई हर किसी को अपने स्वार्थ की है लत
खुद पर विश्वास रखकर ही आगे बढ़ना लोगों की क्यों सुनना
भटक जाओगे राह क्योंकि लोगों की भटकाने की है फितरत-
जीवन
का यात्रापथ
कभी सहजता लिए
कभी मुश्किलों से भरा
कभी सरस कभी नीरस है
निरर्थक नहीं जाते यें उतार-चढाव
क्योंकि हर परिस्थिति अनुभव का अर्जन है।-
ख़ुश रहने का राज़ यही है कि भूलकर सब कुछ बस अागे बढ़ते चलो
किसने क्या किया गिला-शिकवा क्यों रखना सभी को माफ करते चलो
क्या तेरा क्या मेरा क्या सुख क्या दुख ये सब तो मोह-माया का जाल है
बंदे रहो बस रब के बनकर ना किसी के दुख में हंसो ना सुख से जलो-
ख़्वाहिशों की कोई सीमा नहीं जानकर भी घरौंदा बनाते गए
ख़्वाहिशों के शहर में रहकर हम ज़िंदगी के कर्जदार हो गए
वजूद हो जब अदना-सा तो ख़्वाहिशों को सीमित रखना था।-